OH My GOD : तेल-शराब के इंजेक्शन लगाकर बनाए 25 इंच के डोले, हुआ ये हाल कि लगाने पड़े 80 टांके, देखें वीडियो…
नई दिल्ली, नवप्रदेश। दुनिया में एक से बढ़कर एक बॉडी बिल्डर हुए हैं जो अपनी फिटनेस और विशालकाय शरीर के लिए जाने जाते हैं। वहीं कुछ ऐसे बॉडी बिल्डर होते हैं जो अपने बड़े मसल्स या बॉडी पार्ट के लिए जाने जाते (OH My GOD) हैं।
कुछ एथलीट अपने किसी बॉडी पार्ट का साइज बढ़ाने के लिए एक्स्ट्रा मेहनत करते हैं तो कुछ लोग शॉर्टकट अपनाते हैं। हाल ही में ‘दुनिया के सबसे बड़े बाइसेप्स’ वाले एक बॉडी बिल्डर ने हॉस्पिटल से कुछ फोटोज शेयर की हैं।
ये वीडियोज इस बॉडी बिल्डर के बाइसेप्स के ऑपरेशन के बाद की हैं। रिपोर्ट बताती हैं कि सिजमौन के हाथ पर लगभग 80 टांके आए हैं। दरअसल, इस बॉडी बिल्डर ने बाइसेप्स का साइज बढ़ाने के लिए अपने हाथ में तेल के इंजेक्शन लगवाए (OH My GOD) थे
जिसके साइड इफेक्ट के कारण उसके साथ ऐसा हुआ। यह बॉडी बिल्डर कौन है? उसकी यह हालत क्यों हुई? इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे।
‘दुनिया के सबसे बड़े बाइसेप्स’ वाले इस बॉडी बिल्डर का नाम सिजमोन कोमांडोस है जो MMA फाइटर है और वह पौलेंड के रहने वाले हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उसने बताया कि उसने बाइसेप्स का साइज बढ़ाने के लिए एक तरह के खतरनाक तेल के इंजेक्शन बाइसेप्स में लगाए (OH My GOD) थे
जिसके कारण उसके बाइसेप्स का साइज 25 इंच तक बढ़ गया था। इसके कुछ समय बाद ही सिजमोन कुश्ती की दुनिया में एक प्रसिद्ध व्यक्ति बन गए हैं। शरीर के मुकाबले सिजमोन के बाइसेप्स का साइज काफी अधिक था लेकिन साइड इफेक्ट के बाद डॉक्टर्स को उसके हाथ का ऑपरेशन करना पड़ा।
सिजमोन ने बाइसेप्स का साइज बढ़ाने के लिए ऑर्टिफिशिअल तेल सिंथोल (Synthol) के इंजेक्शन बाइसेप्स में लगवाए थे। उन्होंने हॉस्पिटल से कुछ वीडियो शेयर किए हैं जिसमें वह बेड पर लेटे हुए हैं और हाथ पर टांके लगे हुए हैं। उनकी यह वीडियो पहली सर्जरी के बाद ली गई थी. सर्जरी के बाद सिजमोन स्वस्थ हैं।
माइक टायसन-एस्क फेशियल टैटू रखने वाले सिजमौन ने मीडिया को बताया था कि “मैं टेस्टोस्टेरोन लेता हूं जिसकी खुराक हर दूसरे दिन 100mg है, सप्ताह में मास्टरन 400mg, ऑक्सा 5mg हार्मोन भी लेता हूं। इसके अलावा काफी सारी चीजें लेता था जिनके बारे में मुझे अभी याद नहीं है।”
कुछ समय पहले “पोपी” नाम के एक रूसी बॉडी बिल्डर ने भी अपने ट्राइसेप्स में तेल का इंजेक्शन लगाया था जिसके बाद उसका सड़ा हुआ मांस हटाने के लिए उसकी सर्जरी की गई थी।
24 वर्षीय किरिल टेरेशिन को सिंथोल का इंजेक्शन लगाने के बाद अपने बाइसेप्स के लिक्विड को निकालने के लिए सर्जरी के दौर से गुजरना पड़ा था। उस पर डॉक्टर्स ने कहा कि अगर उसने और इंतजार किया होता तो उसकी मृत्यु हो सकती थी।
सिंथोल बॉडी बिल्डरों द्वारा एक अस्थायी इम्प्लांट के रूप में उपयोग किया जाने वाला पदार्थ है जिसे मांसपेशियों में गहराई से इंजेक्ट किया जाता है।
इसका असर तुरंत दिखता है। सिंथोल में आमतौर पर तेल, बेंजाइल अल्कोहल और लिडोकेन होते हैं। इसमें 85 प्रतिशत तेल, 7.5 प्रतिशत लिडोकेन (दर्द निवारक), 7.5 प्रतिशत अल्कोहल होता है।
सिंथोल का उपयोग मसल्स का साइज बढ़ाने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए अगर कोई बॉडी बिल्डर अपने ट्राइसेप्स, बाइसेप्स, डेल्टोइड्स, चेस्ट मसल्स का साइज बढाता है तो वह इसका इंजेक्शन लगा लेता है।
सिंथोल के इंजेक्शन से मांसपेशियों का आकार तो बढ़ जाता है लेकिन वह किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है।
यह नसों को नुकसान, मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन, सेरेब्रल स्ट्रोकपल्मोनरी का ऑयल एम्बॉलिक, पल्मोनरी धमनी का अवरोध, मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन, सेरेब्रल स्ट्रोक और संक्रामक जटिलताएं पैदा कर सकते हैं।