राज्य के जंगल में ओडिशा के लोगों का अवैध कब्जा, 16 को जेल
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वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, हथियारों के साथ किया गरिफ्तार
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उदंती सीतानदी टाइगर रिर्जव क्षेत्र के जंगलों का मामला
मैनपुर। छत्तीसगढ़ chhattisgarh के उदंती सीतानदी टाइगर रिर्जवudanti sitanadi tiger reserve क्षेत्र के जंगलों forest में पिछले कई वर्षों से अवैध कब्जे का खेल चल रहा है। यह टाइगर रिजर्व ओडिशा राज्य की सीमा से लगा हुआ है। और ओडिशा के लकड़ी तस्कर ही छत्तीसगढ़ की सीमा में पहुंचकर कीमती जंगलों forest को नुकसान पहुंचा रहे हैं साथ ही राज्य की वनभूमि पर कब्जा कर रहे हैं। हालांकि अभी इस मामले में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ओडिशा के 16 आरोपियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
बताया जा रहा है कि वन विभाग द्वारा पूर्व मेंं की गई लचर कार्रवाई के चलते लकड़ी तस्करों के हौसले बुलंद हैं। तभी तो जिस वनक्षेत्र में लोगों को प्रवेश के लिए अनुमति लेनी होती है, वहां ओडिशा के तस्कर बखौफ होकर कीमती लकडिय़ां काटकर जमीन पर कब्जा कर अपना आशियाना बसा रहे हैं। उदंती अभ्यारण्य forestreserve के भीतर मिली 16 झोपडिय़ां slums इसकी बानगी है। साफ है कि इनका निर्माण लंबे समय से किया जा रहा होगा। जंगल क्षेत्र में हो रही वनों की अवैध कटाई पर्यावरण के लिए तो घातक है ही इससे वन्य प्राणियों के अस्तित्व पर भी संकट मंडरा रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
दक्षिण उदंती अभ्यारण्यforest reserve के करलाझर कक्ष क्रमांक 54 में ओडिशा से पहुंचकर कुछ लोग रातों रात झोपडिय़ां बनाकर अवैध illegal कब्जा कर रहे हैं। इसकी जानकारी लगते ही वन विभाग के दल ने कार्रवाई की है। जिसमें पेड़ों को काटकर जंगल में कब्जा करने वाले ओडिशा के 16 लोगों के खिलाफ वन जीव सरंक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। सभी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। मामले की जांच होने के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले की विभाग जंाच कर रही है ।
आरके रायस्त, उपनिदेशक, उदंती सीतानदी टाइगर रिर्जव