पड़ोसी राज्य तेलंगाना में भी नक्सलियों के विरूद्ध मुखर हो रहे ग्रामीण
जगदलपुर । बस्तर सीमा से लगे हुए राज्य तेलंगाना में भी नक्सलियों के विरूद्ध जनता मुखर हो रही है और उनकी नीतियों का विरोध भी शुरू हो गया है।
जानकारी के अनुसार तेलंगाना राज्य के वेंकटापुरम के अंतर्गत कई गांव में नक्सलियों के विरूद्ध चिपकाये गये पर्चों में नक्सलियों से ग्रामीण की मौत पर माफी मांगने व ग्रामीणों की हत्यायें बंद करने की मांग की गई। नक्सलियों ने इन पर्चों से सकपकाहट की स्थिति बन गई है और तेलंगाना के अंतर्गत करीमनगर, खंम्मम व वारंगल डिविजनल कमेटी के प्रवक्ता ने इसकी सफाई देते हुए कहा है कि ग्रामीण के मौत के लिए नक्सलियों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। इस संबंध में ग्रामीणों को सावधानी बरतने की हिदायत भी रखना चाहिए। हिदायत न मानने के कारण यह दुर्घटना हुई है।
उल्लेखनीय है कि इस संबंध में पिछले कुछ महीनों से नक्सली गतिविधियां तेलंगाना राज्य सहित बस्तर में बढ़ी हैं और इन क्षेत्रों के ग्रामीण नक्सलियों द्वारा की जा रही मनमानी के विरूद्ध आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। कई क्षेत्रों में नक्सलियों व स्थानीय ग्रामीणों में टकराव भी हुआ है। जिस हत्या का नक्सलियों के विरूद्ध ग्रामीणों का आक्रोश सामने दिखा है। वह घटना वनोपज संग्रहण किये गये एक ग्रामीण की स्पाईक होल में लगाये गये प्रेशर बम के कारण घटित हुई। जिसपर ग्रामीणों ने आक्रोश जताया है। जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में नक्सलियों का प्रभाव सिमटता जा रहा है और ग्रामीण नक्सलियों की हिंसक वारदातों के प्रति संवेदनशील हो रहे हैं। वे उनका विरोध भी कर रहे हैं। इस प्रकार तेलंगाना में भी नक्सलियों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है।