Naxali Surrender : 1 लाख का ईनामी नक्सली भरमार बंदूक के साथ किया आत्मसमर्पण

Naxali Surrender : 1 लाख का ईनामी नक्सली भरमार बंदूक के साथ किया आत्मसमर्पण

Naxali Surrender: Naxalites surrender with a bounty gun

Naxali Surrender

लोन वर्राटू अभियान से हुआ प्रभावित

दन्तेवाड़ा/नवप्रदेश। Naxali Surrender : दन्तेवाड़ा जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान लोन वर्राटू के तहत डीएकेएएमएस अध्यक्ष 1 लाख का ईनामी नक्सली कमाण्डर सुदरूराम उर्फ दूला हेमला पिता बुधू हेमला ने भरमार बंदूक के साथ आत्मसमर्पण कर दिया है।

माओवादी संगठन की खोखली विचारधारा से परेशान

माओवादी नक्सली कमाण्डर (Naxali Surrender) सुदरूराम उर्फ दूला पिता बुधू हेमला, 33 वर्षिय जनमिलिशिया कमाण्डर है। बीजापुर जिले के गंगातूर थाना अंतर्गत ग्राम गंगालूर का निवासी है। माओवादी संगठन के खोखली विचारधारा से तंग आकर एवं छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर तथा सम्मानपूर्वक जीवन यापन जीने के लिए प्रेरित होकर नक्सली जनमिलिशिया कमाण्डर सुदरूराम उर्फ दूला ने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित दूला ने समाज के मुख्यधारा से जुड़कर विकास में सहयोग करने की इच्छा भी जताई।

गुरुवार को पुलिस उप महानिरीक्षक विनय कुमार सिंह (सीआरपीएफ), डॉ. अभिषेक पल्लव (भा.पु.से.) पुलिस
अधीक्षक दन्तेवाड़ा, कमांडेंड 231 वाहिनीं सुरेन्द्र सिंह सीआरपीएफ, टू.आई.सी 231 वाहिनी राजीव
यादव, अति. पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा राजेन्द्र जायसवाल (रा.पु.से) एवं बृजेश कुमार पाण्डेय (उप
कमाण्डेंट दंतेवाड़ा) के समक्ष नक्सली जनमिलिशिया कमाण्डर सुदरूराम उर्फ दूला ने (Naxalite Surrender) आत्मसमर्पण किया।

आत्मसमर्पित माओवादी पर कई गंभीर अपराध

आत्मसमर्पित माओवादी सुदरूराम उर्फ दूला हेमला के खिलाफ कई गंभीर अपराध थाना अरनपुर में पंजीबद्ध था। सुदरूराम उर्फ दूला पर 1 लाख ईनाम भी रखा गया था। सुदरूराम उर्फ दूला हेमला पर हत्या, अपहरण सहित कई घटना में शामिल होना बताया गया है।
दन्तेवाड़ा पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने ईनामी नक्सली सुदरूराम उर्फ दूला के आत्मसमर्पण करने की पुष्टि करते हुए बताया कि लोन वर्राटू अभियान को लगातार सफलता मिल रही है।

एक साल में 102 ईनामी सहित 382 माओवादियों ने किया सरेंडर

बीते एक साल से इस अभियान को चालाया जा रहा है। जिसके तहत् अब तक 102 ईनामी माओवादी (Naxali Surrender) सहित 382 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड चुके हैं। नक्सलियों के इतनी बड़ी संख्या में सरेंडर को लेकर माओवादियों में निराशा देखा जा रहा है। लोन वर्राटू अभियान यानी घर वापस आइये अभियान का अब दूसरा चरण भी शुरू किया जा रहा है। जिन नक्सलियों ने अब तक आत्मसमर्पण कर दिया है उन्हें शासन की ओर से आईडी, राशन कार्ड और जॉब कार्ड भी बनाकर दिया जा रहा है। सामूहिक विवाह योजना में इनकी शादियां भी करवाई जा रही है।

इन घटनाओं में शामिल था दूला हेमला

  • वर्ष 2017 में ग्राम बेरनी थाना मिरतुर के जंगल/पहाड़ी में एण्बुश लगाकर 12 पुलिस जवानों को शहीद करने को
    घटना में शामिल था।
  • वर्ष 2018 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम बेरपाल-गंगालूर मुख्यमार्ग को चेरपाल और पानुलवाया के बीच लगभग
    8-4 स्थानों पर मार्ग खोदकर एवं पेड़ गिराकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
  • वर्ष 2018 में ग्राम डुबाली से मरवाया जाने वाली पगडंडी मार्ग में 03 स्थानों पर 05-05 कि0ग्रा0 आईईडी लगाने
    की घटना में शामिल था।
  • इसके अलावा वर्ष 2005 से आज दिनांक तक नसतो बंद के दौरान नक्सली बेनर, पोस्टर एवं पापलेट लगाने
    की घटना में शामिल था।

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