Navratri 2025 Day 1 : नौ दुर्गा के पहले दिन ऐसे करें मां शैलपुत्री की पूजा…जानें शुभ मुहूर्त और विधि…

Navratri 2025 Day 1
Navratri 2025 Day 1 : शारदीय नवरात्रि का आरंभ आज से हो चुका है। नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने से भक्तों की सभी बाधाएँ दूर होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।
पूजा का समय और शुभ मुहूर्त
प्रतिपदा तिथि: 22 सितम्बर 2025 (सोमवार)
घटस्थापना का शुभ समय: प्रातः 6:18 से 7:25 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: 11:58 से 12:45 बजे तक
पूजा का सर्वोत्तम समय: सूर्योदय के बाद से दोपहर तक
क्या करें पहले दिन
स्नान और संकल्प – सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
कलश स्थापना – मिट्टी के पात्र में जौ बोकर उस पर कलश स्थापित (Navratri 2025 Day 1) करें। कलश में गंगाजल, सुपारी, अक्षत और सिक्का डालें। ऊपर नारियल व आम्रपल्लव रखें।
मां शैलपुत्री की पूजा – मां को लाल या पीले फूल, अक्षत, धूप-दीप और नैवेद्य अर्पित करें।
भोग – मां शैलपुत्री को घी का भोग अति प्रिय है। इसे अर्पित करने से स्वास्थ्य और दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है।
आरती और कथा – पूजा के बाद दुर्गा सप्तशती का पाठ या नवरात्रि व्रत कथा सुनें।
विशेष महत्व
मां शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय की पुत्री और नवदुर्गा (Navratri 2025 Day 1) का पहला स्वरूप हैं। इन्हें बैल पर सवार और त्रिशूल व कमल धारण किए हुए दर्शाया जाता है। मान्यता है कि इनकी पूजा करने से साधक को आत्मबल मिलता है और जीवन की सभी कठिनाइयाँ दूर होती हैं।
भक्तों के लिए संदेश
नवरात्रि केवल उपवास का पर्व नहीं बल्कि आत्मशुद्धि और भक्ति (Navratri 2025 Day 1) का समय है। मां शैलपुत्री की पूजा से जीवन में स्थिरता आती है और व्यक्ति के संकल्प सिद्ध होते हैं।