MLA Harassing : विधायक अरुण वोरा पर पिछड़े वर्ग के नेता को प्रताड़ित करने का आरोप
दुर्ग/नवप्रदेश। MLA Harassing : दुर्ग शहर विधायक अरुण वोरा पर सत्ता का धौंस दिखाने का आरोप पिछड़े वर्ग ने लगाया है। दुर्ग के पूर्व सभापति दिनेश दिनेश देवांगन को धमकाने के मामले पर पिछड़ा वर्ग संगठन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है और इस मामले को लेकर अब पिछड़े वर्ग के कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए है।
दरअसल, दुर्ग विधायक पर भी इससे पहले भी पिछड़े वर्ग के कार्यकर्ताओ को प्रताड़ित करने का आरोप लगा है। राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त विधायक अरुण वोरा ने नगर पालिक निगम दुर्ग में चार बार के पार्षद और सभापति रहे दिनेश देवांगन की औकात ही पूछ डाली। यह मामला तब हुआ जब पिछड़े वर्ग के नेता देवांगन ने शहर की समस्याओं को लेकर कुछ सवाल विधायक से किए थे इस वक्त विधायक (MLA Harassing) ने जवाब देने की बजाय पिछड़े वर्ग के नेता दिनेश देवांगन से उनकी औकात ही पूछ डाली।
यह मामला इतना गरमाया कि भाजपा प्रदेश मंत्री उषा टावरी ने भी अरुण वोरा के द्वारा पिछड़े वर्ग के नेता और पूर्व सभापति दिनेश देवांगन के साथ दुर्व्यवहार (MLA Harassing) किये जाने का आरोप लगाया है। तवृ ने कहा कि यह एक जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देता। अब पिछड़े वर्ग के समाज के लोगों में इतना आक्रोश है कि विधायक अरुण वोरा के खिलाफ सभी सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने लगे हैं। इसके साथ ही विधायक वोरा का पुतला फुककर जमकर नारेबाजी भी की गई है।
इसी मुद्दे को लेकर भाजपा प्रदेश मंत्री उषा टावरी ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रदेश मे जब से कांग्रेस कि सरकार बनी है तब से भूपेश सरकार के मंत्री व विधायक सत्ता के अहंकार मे चूर होकर भाजपा कार्यकर्ताओं को न केवल प्रताड़ित करने लगे है बल्कि 5 साल के लिए मिली सत्ता को 20 साल का पट्टा मानकर लोकतंत्र को अपनी मिल्कियत समझ बैठे है। इसी का उदाहरण है कि जनता के बीच जमीन से जुड़कर बरसों से सेवा करने वाले पूर्व सभापति दिनेश देवांगन के साथ सत्ता का रौब दिखाकर दुर्ग विधायक अरुण वोरा ने दुर्व्यवहार किया है।
प्रदेश भाजपा मंत्री उषा टावरी ने कहा कि वास्तव में विरासत में मिली राजनीति के कारण विधायक अरुण वोरा (MLA Harassing) ने दुर्ग शहर को अपनी राजनीतिक जागीर समझ बैठे हैं और लोकतंत्र में जनता की सर्वोच्चता को भूलकर जब से निगम की सत्ता उनके हाथों में केंद्रित होने व वर्तमान में कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलने से सत्ता का नशा उनके सर चढ़ कर बोल रहा है। जब किसी जमीनी कार्यकर्ता से उन्हें माकूल जवाब मिलता है तो वे अपनी सत्ता का गरुर मे उसे दबाने का प्रयास किया जाता है। निगम के पूर्व सभापति दिनेश देवांगन एक जमीनी कार्यकर्ता है जिसे जनता का लगातार स्थानीय स्तर पर आशीर्वाद प्राप्त है और एक गरीब परिवार से होकर आए है।
दिनेश देवांगन के साथ विधायक वोरा द्वारा जिस प्रकार से अभद्रता किया गया है वह निंदाजनक है और इसे भाजपा कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता अब विधायक के इस दुर्व्यवहार का मुंह तोड़ जवाब दने सड़क पर उतर गई है और आने वाले समय में इसका हिसाब जनता लेगी ।