मोदी सरकार ने बिना सोचे समझे लागु किया लॉकडाउन : कांग्रेस
-प्रवासी मजदूरों के लिए नहीं बनाई कोई योजना
-मजदूरों को घर पहुंचाने में हो रही दिक्कत
नई दिल्ली। लॉकडाउन (locokdown) को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता (Congress spokesperson) अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) ने कहा कि कोरोना वायरस (corona virus) को रोकने के लिए लॉकडाउन जरूरी है लेकिन सरकार ने इसे बिना सोचे समझे और ठोस योजना के ही लागू कर दिया ।
देश को इस अवधि में फायदा होने की बजाय नुकसान उठाना पड़ा है। कांग्रेस प्रवक्ता सिंघवी ने कहा कि मोदी सरकार ने लॉकडाउन (lockdown) तो लागू किया लेकिन इससे पहले यह नहीं सोचा कि प्रवासी मजदूरों को उनके घरों में भेज देना चाहिए ताकि उन्हें बेवजह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन (lockdown) लागू करने के लिए सिर्फ चार घंटे का समय दिया जिससे साबित होता है कि इसे बिना सोचे समझे लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि इस लॉकडाउन के दौरान लोगों की नौकरी गयी है और बेरोजगारी बढ़ी है।
अर्थव्यवस्था पर नजर रखने वाली संस्था सीएमआईई के तीन मई के आंकड़े के अनुसार देश में बेरोजगारी रिकार्ड 27.1 प्रतिशत पर है और भारत में बेरोजगारी अमेरिका की तुलना में चार गुना ज्यादा है। आंकडे में कहा गया है कि इस अवधि में 12.2 करोड़ लोगों की नौकरी गयी है और नौ करोड़ से ज्यादा छोटे कारोबारी बेरोजगार हुए है।
प्रवक्ता ने कहा कि25 मार्च को देश में कोविड-19 के 618 मामले थे जो तीन मई तक 28070 तथा 18 मई तक 257 प्रतिशत की दर से एक लाख तक पहुंच गये। इसी तरह से मृतकों की संख्या इस अवधि में 3.8 प्रतिशत की दर से 13 से बढ़कर 3163 हो गयी है। उन्होंने कहा कि यही हालत जांच की है और इस संख्या में भी कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है।