Khalistani Flags : हिमाचल प्रदेश में खालिस्तानी झंडे
Khalistani Flags : हिमाचल प्रदेश में जल्द ही विधानासभा चुनाव होने वाले है। वहां की विधानसभा के बाहर चार दीवारी पर खालिस्तानी झंडे लगना और खालिस्तानी नारे लिखा जाना वाकई गंभीर चिंता का विषय है। किसी भी राज्य कि विधानसभा कड़ी सुरक्षा के घेरे में होती है। यदि वहां देश विरोधी ताकतें ऐसी हरकत करें तो वहां के सुरक्षा इंतजाम पर उंगलियां उठना स्वाभाविक है।
आम आदमी पार्टी जो हिमाचल प्रदेश में इस बार पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव लडऩे की तैयारी कर रही है उसके नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस घटना को लेकर हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकार पर टिप्पणी की है कि जो सरकार विधानसभा परिसर की सुरक्षा नहीं कर पा रही है वह प्रदेश की जनता की सुरक्षा भला कैसे करेगी। हिमाचल प्रदेश सरकार ने तर्क दिया है कि विधानसभा परिसर के अंदर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है लेकिन विधानसभा परिसर के बाहर पर्याप्त सुरक्षा नहीं है।
यदि ऐसा है भी तो यह उचित नहीं है। विधानसभा परिसर के बाहर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम होना चाहिए। बहरहाल हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है साथ ही हिमाचल प्रदेश में खालिस्तानियों (Khalistani Flags) की संभावित दस्तक को देखते हुए अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। जाहिर है इस घटना के पीछे कोई सुनियोजित साजिश है।
पूर्व में नई दिल्ली के बार्डर पर लगभग एक साल तक चले कथित किसान आंदोलन के दौरान भी खालिस्तानियों (Khalistani Flags) की वहां सक्रीयता देखी गई थी। किसान रैलियों में खालिस्तानी झंडे और बैनर नजर आए थे, जिसके बाद पंजाब में भी खालिस्तानियों की सक्रीयता बढऩे के संकेत मिले है और अब हिमाचल प्रदेश की विधानसभा के बाहर भी खालिस्तानी झंडे लगा दिए गए है।
जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और इस घटना के पीछे जिन देश विरोधी ताकतों का हाथ है उनके खिलाफ जल्द से जल्द और सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए ताकि भविष्य में फिर कभी देश विरोधी ताकते ऐसा दु:साहस न कर पाएं। उम्मीद की जानी चाहिए कि इस मामले को केन्द्र सरकार भी गंभीरता से लेगी।