Jaljeevan Mission : घरेलू नल कनेक्शन का काम युद्ध स्तर पर, यहां देगी 60% अनुदान…
वर्ष 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को घरेलू नल कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य
रायगढ़/नवप्रदेश। Jaljeevan Mission : जलजीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है। जल जीवन मिशन का लक्ष्य वर्ष 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को घरेलु नल कनेक्शन उपलब्ध कराना है। उल्लेखनीय है कि सीएम भूपेश बघेल के नेतृत्व और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार के निर्देशन में छत्तीसगढ़ राज्य के ग्रामीण अंचलों में नल से जल की आपूर्ति का कार्य 2023 तक पूरा किया जाना है।
इसी कड़ी में रायगढ़ जिले में जल जीवन मिशन अंतर्गत वर्ष 2021-22 में 01 लाख 43 हजार 575 घरों में घरेलु नल कनेक्शन प्रदाय किये जाने का लक्ष्य है। इसके लिए वार्षिक कार्ययोजना वर्ष 2021-22 अनुमानित लागत 579.40 करोड़ रुपये तैयार की गई है। वार्षिक कार्ययोजना के अंतर्गत 254 रेट्रोफिटिंग योजना में 84 हजार 730 घरेलु नल कनेक्शन एवं 348 नवीन सिंगल विलेज योजनाओं में 58 हजार 845 घरेलु नल कनेक्शन दिया जाना प्रस्तावित है।
कलेक्टर भीम सिंह एवं अध्यक्ष जिला जल एवं स्वच्छता मिशन रायगढ़ के मार्गदर्शन में जल जीवन मिशन (Jaljeevan Mission) का कार्य तीव्र गति से प्रगतिरत है। अब तक रायगढ़ जिले में 234 रेट्रोफिटिंग, 90 सिंगल विलेज एवं 270 सोलर आधारित मिनी नल-जल योजनाओं में कुल 95 हजार 877 एफएचटीसी प्रदान किये जाने के लिए कुल राशि 318.92 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है।
जिसमें से 65 रेट्रोफिटिंग, 50 सिंगल विलेज एवं 112 सोलर आधारित मिनी नलजल योजनाओं में कुल 36 हजार 55 कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन के लिए कार्यादेश जारी कर दिया गया है। जिले के सभी विकासखण्डों में जल जीवन मिशन का कार्य प्रारंभ हो चुका है। साथ ही फ्लोराईड की अधिकता से प्रभावित 9 बसाहटों में 9 फ्लोराईड रिमूवल प्लांट की स्थापना कार्य भी प्रगतिरत है।
सतही स्त्रोत पर आधारित 6 समूह जल प्रदाय योजनाओं में सम्मिलित सभी 390 ग्रामों का सर्वेक्षण कार्य पूर्ण कर लिया गया है एवं 133 ग्रामों के लिए डी.पी.आर. निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। रायगढ़ जिले में जल जीवन मिशन की वार्षिक कार्ययोजना वर्ष 2021-22 में निर्धारित लक्ष्य के अनुसार ही कार्य करते हुए जिले ने माह मई, जून एवं जुलाई का लक्ष्य सफलतापूर्वक प्राप्त किया है। अब तक कुल 2432 एफएचटीसी प्रदाय किया जा चुका है।
इस तरह काम करना
- लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जल जीवन मिशन (Jaljeevan Mission) कार्यक्रम में परिवार स्तर पर सेवा उपलब्ध कराने, अर्थात नियमित आधार पर पर्याप्त मात्रा (55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन) और निर्धारित गुणवत्ता वाली जल आपूर्ति पर बल दिया गया है।
- 1 अप्रैल 2020 की स्थिति में रायगढ़ जिले में कुल 3 लाख 35 हजार 300 घर है जिसमें से 22 हजार 483 घरों में घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय किया जा चुका है। वर्ष 2024 तक शेष 3 लाख 12 हजार 817 घरों में घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय करने हेतु जिला कार्ययोजना अनुमानित लागत 1746.13 करोड़ रुपये तैयार की गई है।
- जिला रायगढ़ के सभी 1407 ग्रामों को 03 समूह में बांटा गया है। पूर्ण एवं प्रगतिरत योजना वाले 254 ग्रामों को पहले समूह में रखा गया है जिसके लिए रेट्रोफिटिंग कार्य प्रस्तावित किया गया है।
- इसी तरह दूसरे समूह के 763 ग्रामों में एकल ग्राम की योजना प्रस्तावित किया गया है, जहां पर गुणवत्ता युक्त पेयजल स्त्रोत उपलब्ध है।
- तीसरे समूह में ऐसे 390 ग्राम जहां पर पर्याप्त पेयजल स्त्रोत उपलब्ध नही है अथवा पेयजल गुणवत्ता प्रभावित है, वहां पर सतही स्त्रोत पर आधारित 06 समूह नलजल प्रदाय योजना प्रस्तावित किया गया है।
जब केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आए रायपुर
आपको ज्ञात हो कि, इसी माह के 7 अगस्त को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने CM भूपेश बघेल के साथ की समीक्षा बैठक की थी, जिसमे उन्होंने कहा था कि छत्तीसगढ़ की भौगोलिक परिस्थितियों और तकनीकी कारणों से देशस्तर पर सबसे कम प्रगति वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ का नाम शामिल है। यह अभी 30वें स्थान पर हैं। जब हमने काम करना शुरू किया था तो छत्तीसगढ़ कनेक्शन कवरेज के हिसाब से 23वें स्थान पर था। आज हम घटकर 30वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
उन्होंने आगे दोनों दलों के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस समीक्षा में यह पाया गया कि छत्तीसगढ़ जल जीवन मिशन और ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की योजनाओं में बहुत पिछड़ा हुआ है। उन्होंने राज्य सजकर पर आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार से मिली राशि को राज्य सरकार खर्च भी नहीं कर पाई। उसके बाद CM भूपेश ने काम में तेजी लाने का आश्वासन दिया।
गुणवत्ताहीन बसाहटों में 60% अनुदान देगी केंद्र सरकार
छत्तीसगढ़ के फ्लोराइड और आर्सेनिक प्रभावित सुपेबेड़ा जैसी बसाहटों में पानी पहुंचाने के पेयजल योजनाओं के लिए केंद्र सरकार 60 प्रतिशत तक ग्रांट देगी। ऐसी जगहों पर जब तक घर-घर नल कनेक्शन नहीं पहुंच जाते तब तक सामुदायिक फिल्टर प्लांट लगाए जा सकते हैं। राज्य सरकार ने ऐसे सोलर पॉवर आधारित फिल्टर प्लांट शुरू करने की जानकारी दी है। ये बात केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कही।
हर घर नल पहुंचाने का लक्ष्य तय : गुरु रुद्र कुमार
इधर छत्तीसगढ़ के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने कहा, प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर नल पहुंचाने की योजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग के बाद लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को अनुपूरक बजट में सबसे अधिक पैसा आवंटित हुआ है। हमने 2023 तक सभी घरों तक नल कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। इस साल 22 लाख कनेक्शन दिया जाना है। इसमें से 40 प्रतिशत को प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी है।