CORONA EXCLUSIVE: प्रसव के अंतिम समय तक कोरोना टेस्ट किट के लिए जुटी रहीं ये महिला वैज्ञानिक
- पुणे की विषाणु वैज्ञानिक डॉ. मिनल भोसले प्रसव के कुछ घंटे पहले तक फोन पर करती रहीं टेस्ट किट निर्माण में जुटी टीम को गाइड, फिर दिया बच्चे को जन्म
पुणे/नवप्रदेश। भारत (india corona test kit) में पहली (first corona test kit of india) कोरोना टेस्ट बनाने वाले शख्स की कहानी भी उन डॉक्टरों से कम नहीं है जो कोरोना प्रभावितों के इलाज में लगे हुए हैं। जिसने ये भारत में कोरोना की जांच के लिए किट बनाई है वे एक महिला हैं। जिनका नाम मिनल दाखवे-भोसले (dr minal bhosle) हैं, पेशे से विषाणु वैज्ञानिक डॉ. मिनल भोसले (dr minal bhosle) पुणे की मायलैब (mylab pune) संस्था में रिसर्च एंड डेवलपमेंट विभाग की प्रमुख हैं।
मिनल को ऐसे समय कोरोना कोरोना की पहली (first corona test kit of india) टेस्टिंग किट बनाने की नौबत आन पड़ी जब वे गर्भवती थीं और जब किट बनाने का काम अंतिम चरण में आ पहुंचा तो उन्हें प्रसव पीड़ा भी शुरू हो गई थी। लेकिन डॉ. मिनल ने देश व समाज की रक्षा के लिए अपने काम को विराम नहीं दिया। यहां तक कि प्रसव के कुछ घंटे पहले तक वे कोराना टेस्टिंग किट के निमार्ण में जुटी रहीं और आखिरकार भारत (india corona test kit) में इसका सफल निर्माण हो गया। वहीं कुछ घंटे बाद डॉ. मिनल ने भी बच्ची को जन्म दे दिया। महाराष्ट्र के गृह निर्माण मंत्री ने डॉ. जितेंद्र आव्हाड़ मिनल की प्रशंसा में किए अपने ट्वीट में इस वाकए का जिक्र किया है।
नवप्रदेश को ये बताया मायलैब के डायरेक्टर ने
वहीं इस संबंध में चर्चा करने नवप्रदेश द्वारा डॉ. मिनल से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि वे अभी अपने शिशु की देखभाल में व्यस्त हैं। उन्होंने मायलैब (mylab pune) के डायरेक्टर से बात करने की सलाह दी। मायलैब के डायरेक्टर डॉ. गौतम वानखेड़े से बात करने पर उन्होंने बताया कि डॉ. मिनल उनके प्रसव वाले दिन भी फोन पर टेस्टिंग किट के निर्माण में लगे स्टाफ को गाइड कर रही थीं। उन्हीं के नेतृत्व में कोरोना किट के निर्माण में टीम लगी हुई थी। उनका इस किट के निर्माण में अविस्मरणीय योगदान है।
महाराष्ट्र के गृहनिर्माण मंत्री ने ट्वीट कर किया महिला वैज्ञानिक को सलाम
वहीं महाराष्ट्र के गृहनिर्माण मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने अपने ट्वीट में लिखा है- ‘उन्होंने पहले देश की पहली कोरोना किट को अस्तित्व में आने दिया और फिर अपने बच्चे को जन्म दिया। पुणे की डॉ. मिनल का अनंत आभार। ऐसे कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति के सामने सिर आदर से झुक जाता है।‘