सोनी सब के ‘वीर हनुमान’ में सूर्य देव ने हनुमान जी को भेजा असुर्य लोक

Veer Hanuman, Sun God sends Hanuman Ji to Asury Lok
मुंबई। Veer Hanuman, Sun God sends Hanuman Ji to Asury Lok: सोनी सब का शो ‘वीर हनुमान’ अपनी समृद्ध कहानी और दिव्य रोमांच के साथ दर्शकों को लगातार मंत्रमुग्ध कर रहा है। इस शो में नन्हे हनुमान के रूप में आन तिवारी, माता अंजनी के रूप में सायली सालुंखे, केसरी के रूप में आरव चौधरी और बाली-सुग्रीव के रूप में माहिर पांधी नज़र आ रहे हैं। अब शो हनुमान जी की यात्रा के एक महत्वपूर्ण और परिवर्तनकारी अध्याय की ओर बढ़ रहा है।
अब तक दर्शकों ने देखा है कि किस तरह हनुमान जी ज्ञान और शक्ति प्राप्त करने के लिए अपनी असीम जिज्ञासा और दृढ़ निश्चय के साथ प्रयासरत रहते हैं। अब वे नई चुनौतियों का सामना करते हुए और छुपे रहस्यों को उजागर करते हुए अपने महान उद्देश्य के करीब पहुंचेंगे, जिससे दर्शक यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि उनका भाग्य कैसे आगे बढ़ेगा।
आने वाले एपिसोड्स में दर्शक देखेंगे कि हनुमान जी सूर्य देव (मल्हार पांड्या) के पास जाकर मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे और अपने भाग्य के लिए आवश्यक दिव्य विद्याएं सीखेंगे। हालांकि, उनकी दृढ़ता की परीक्षा तब होती है जब सूर्य देव और अन्य देवता जैसे अग्नि देव, यम देव और अश्विनीकुमार उनके अनुरोध को ठुकरा देते हैं।
इन्हीं परीक्षाओं के दौरान हनुमान जी को सूर्य देव और शनि देव के बीच चले आ रहे लंबे समय से छुपे मतभेद के रहस्य का भी पता चलता है। दृढ़ संकल्प और अटल विश्वास के साथ प्रयासरत रहते हुए, हनुमान जी अनायास ही असुर्य लोक पहुंच जाते हैं – एक रहस्यमयी लोक, जहां शक्तिशाली मायाएं और कठिन परीक्षाएं उनका इंतजार कर रही होती हैं। इस अद्भुत लोक में हनुमान जी को बल, बुद्धि और विश्वास की कठिन परीक्षाओं से गुजरना होगा।
जैसे-जैसे हनुमान जी उस ज्ञान के करीब पहुंचते हैं जिसकी उन्हें तलाश है, एक बड़ा सवाल खड़ा होता है – यह नया ज्ञान उनकी यात्रा और ब्रह्मांड में उनके स्थान को किस तरह आकार देगा?
भगवान हनुमान की भूमिका निभा रहे आन तिवारी ने कहा, “जब मैंने पहली बार सुना कि हनुमान जी सूर्य देव के पास दिव्य विद्याएं सीखने जाएंगे, तो मैं बहुत खुश हुआ क्योंकि मुझे एक्शन सीन करना और नई-नई चीजें सीखना बहुत पसंद है, जैसे हनुमान जी करते हैं! लेकिन जब मुझे पता चला कि सूर्य देव और अन्य देवता जैसे अग्नि देव और यम देव उनसे मना कर देंगे, तो मैंने अपने डायरेक्टर से पूछा, ‘लेकिन वे हनुमान जी को क्यों नहीं सिखाएंगे? वे तो सिर्फ सीखना चाहते हैं!’ तब उन्होंने मुझे बताया कि यही तो हनुमान जी की खासियत है – वे कभी हार नहीं मानते, चाहे पूरी दुनिया उन्हें मना कर दे। यह बात मेरे मन में गहराई से बैठ गई।”