प्रयागराज जा रहे हैं तो जहां हैं वहीं रहें, अन्यथा वापस चले जाएं; 15 फरवरी तक नहीं आने की अपील, स्टेशन बंद… सड़कें जाम…300 KM तक वाहनों की कतारें…

mahakumbh traffic jam
-जो श्रद्धालु पहले ही पहुंच चुके हैं उन्हें सड़क मार्ग से भेजा जा रहा
प्रयागराज। mahakumbh traffic jam: महाकुंभ मेले में आने वाले लोगों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि हुई है। वीवीआईपी के आगमन-प्रस्थान तथा उसके कारण होने वाली भगदड़ के कारण पिछले दो-तीन दिनों से यहां भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है। यह इस हद तक बढ़ गया है कि प्रयागराज से चारों तरफ करीब 300 किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लगी हुई हैं। ऐसा लग रहा है जैसे पूरे देश से गाडिय़ां प्रयागराज की ओर जा रही हैं। इस संदर्भ में प्रशासन ने 15 फरवरी तक प्रयागराज न आने की अपील की है।
प्रयागराज का संगम स्टेशन बंद कर दिया गया है। जो श्रद्धालु पहले ही पहुंच चुके हैं उन्हें सड़क मार्ग से भेजा जा रहा है। कई लोगों को तो जिला सीमा से ही वापस भेजा जा रहा है। ट्रैफिक जाम में फंसे वाहनों की स्थिति अकल्पनीय हो गई है। कई लोगों की क्लच प्लेट क्षतिग्रस्त हो गई है। कईयों का ईंधन ख़त्म हो रहा है। इतना ही नहीं, रास्ते में पेट्रोल पंपों पर भी ईंधन की भारी कमी है।
रास्ते में पेट्रोल और डीजल के टैंकर ट्रैफिक जाम (mahakumbh traffic jam) में फंसे हुए हैं। इससे ईंधन आपूर्ति भी बाधित हुई है। चूंकि ट्रेन टिकट उपलब्ध नहीं थे, इसलिए लोग किसी भी उपलब्ध वाहन का उपयोग करके प्रयागराज के लिए रवाना हो रहे थे। इसके कारण यातायात जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई लोगों ने अपनी कारें वहीं छोड़ दीं और पैदल चलना शुरू कर दिया। 17 घंटे की ड्राइविंग के बाद भी लोग अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए हैं।
इंजन के अधिक गर्म हो जाने और एसी के उपयोग के कारण कारों में आग लगने के तीन मामले भी सामने आए हैं। एक घटना में, अग्निशमन कर्मियों ने एक कार की खिड़की तोड़कर अंदर फंसे लोगों को बचाया। दो लोग जल गये। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र, ओडिशा, गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाले वाहनों को प्रयागराज-मिर्जापुर राजमार्ग के रास्ते करछना की ओर मोड़ दिया गया। इसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। यहां तक कि वाराणसी, जौनपुर, कानपुर, रीवा, अयोध्या प्रतापगढ़ आदि रूटों पर भी 10-10 किमी के लिए पूरा दिन बर्बाद हो रहा है।
माघी अमावस्या के त्यौहार के दौरान भीड़ ठीक-ठाक थी। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि सामान्य दिनों में भी ट्रैफिक (mahakumbh traffic jam) जाम भयानक होता है। प्रयागराज की सीमा से बाहर के गांवों में भी कुछ किलोमीटर तक वाहन फंसे हुए हैं। गूगल मैप पर वैकल्पिक मार्ग तलाशते हुए वाहन इन गांवों की ओर गए थे। वहां भी स्थिति ऐसी ही है।