बारिश से उत्तर भारत में भारी तबाही, 24 घंटे में 44 की मौत, NDRF की 39 टीमें तैनात

बारिश से उत्तर भारत में भारी तबाही, 24 घंटे में 44 की मौत, NDRF की 39 टीमें तैनात

North India devastated by rain; 44 killed in 24 hours, 39 NDRF teams deployed

North India devastated by rain

जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में 900 से अधिक सड़कें बंद

नई दिल्ली। North India devastated by rain: उत्तर भारत के सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में भारी बारिश और बाढ़ ने कहर बरपाया है। सभी प्रमुख नदियाँ हिमाचल, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली से बहती हैं। पहाड़ टूट रहे हैं और सड़कें बह रही हैं।

सोमवार को पिछले 24 घंटे में विभिन्न राज्यों में 44 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। हिमाचल में 20 लोगों की मौत हो गई है। उधर, उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई है।

जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग सहित 900 से अधिक सड़कें बंद हैं। हजारों लोग सड़कों पर फंसे हुए हैं। सोमवार को दिल्ली में यमुना भी खतरे के निशान को पार कर गई। निचले इलाके को खाली कराया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावितों की मदद के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने हर संभव मदद का वादा किया।

भारतीय मौसम विभाग ने हिमाचल में मंगलवार से भारी बारिश से राहत मिलने की संभावना जताई है। प्रभावित राज्यों में एनडीआरएफ की 39 टीमें तैनात की गई हैं। पंजाब में 14, हिमाचल में 12, उत्तराखंड में 8 और हरियाणा में 5 टीमें हैं। इस बीच, राजस्थान में सिरोही, अजमेर, पाली और करौली समेत 14 जिलों में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई, जिसमें माउंट आबू में सबसे ज्यादा 231 मिमी बारिश हुई।

हिमाचल में अब तक 4 हजार करोड़ का नुकसान

हिमाचल में लगातार तीन दिनों से भारी बारिश ने कहर बरपा रखा है। अब तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है और 4 हजार करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है। कुल्लू-मनाली, मंडी और राज्य के ऊपरी हिस्सों में हजारों लोग फंसे हुए हैं। अधिकांश जिलों में बिजली, फोन और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। कुल्लू में बादल फटने से 100 बीघा जमीन नाले में तब्दील हो गई। मनाली में कई गाडिय़ां बह गईं।

मंडई में ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है। 113 घरों को खाली कराया गया। सात राष्ट्रीय राजमार्ग और 828 से अधिक सड़कें अभी भी बंद हैं। रेलवे और हवाई सेवाएं बंद कर दी गई हैं। 403 बसें जगह-जगह फंसी हुई हैं। हिमाचल हाईकोर्ट में सोमवार-मंगलवार की छुट्टी की घोषणा की गई है। डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। श्रीखंड महादेव की पवित्र यात्रा भी स्थगित कर दी गई है।

पंजाब में 50 गांव खाली, सेना तैनात

पंजाब में बाढ़ की स्थिति के कारण पांच जिलों के 50 गांवों को खाली करा कर लोगों को गुरुद्वारों में रखा गया है। चंडीगढ़ में तीन दिन में 450 मिमी बारिश हुई। मोहाली और पटियाला में सेना तैनात कर दी गई है। फतेहगढ़ साहिब कॉलेज में जलभराव के कारण कई छात्र फंस गए थे उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया है। एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में जुटी हुई हैं। 17 ट्रेनें रद्द कर दी गईं। दिल्ली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग-1 बंद कर दिया गया है।

राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा

राष्ट्रीय राजधानी में यमुना का पानी खतरे के निशान 205.88 मीटर को पार कर गया है। यमुना किनारे के इलाकों से लोगों को हटाया जा रहा है। मंगलवार तक जलस्तर 206.65 मीटर के पार जाने की संभावना है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। भारी बारिश के कारण दिल्ली में प्राथमिक स्कूल मंगलवार को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा एमसीडी के सभी स्कूल भी बंद रहेंगे।

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