पूर्व IPS और BJP के राज्य मंत्री ओपी चौधरी ने CM पर साधा निशाना…यह बात कही
रायपुर/नवप्रदेश। पूर्व IPS और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री ओपी चौधरी ने छत्तीसगढ़ में किसानों की नाराजगी और पंडरिया क्षेत्र में फसल बीमा धान व गन्ना बोनस नहीं मिलने एवं बिजली कटौती से परेशान किसानों के धरना प्रदर्शन किये जाने एवं मांग पूरी नहीं होने पर चक्का जाम की चेतावनी दिए जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधा हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर किसानो की अनदेखी करने और केवल अपना राजनीतिक हित साधने के लिए किसानों के कंधे का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया हैं।
भाजपा प्रदेश मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी कुर्सी बचाने अपनी राजनीति चमकाने अपने आपको किसान हितैषी बताते हैं परंतु छत्तीसगढ़ के किसानों की सुध लेने उन्हें फुर्सत नहीं हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल सहित कांग्रेस के विधायकों के पास कुर्सी दौड़ के लिए, कुर्सी की लड़ाई में शक्ति प्रदर्शन के लिए समय हैं पर छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए समय नहीं हैं।
भाजपा प्रदेश मंत्री ओपी चौधरी (IPS) ने कहा कि अघोषित बिजली कटौती से छत्तीसगढ़ का किसान परेशान हैं सिंचाई नहीं हो पा रही यदि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल में जरा भी नैतिकता हैं तो तत्काल अघोषित बिजली कटौती पर रोक लगाए। छत्तीसगढ़ में खाद को लेकर प्रदेश सरकार विफल हैं किसानों को तय समय पर पर्याप्त खाद की आपूर्ति नहीं हो रही हैं किसान आंदोलन कर रहे हैं।
खाद की कालाबाजारी चल रही हैं। फसल बीमा, धान व गन्ने के बोनस को लेकर सरकार के पास जवाब नहीं हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सूखे के हालात हैं और किसान हितैषी होने का ढोंग करने वाली प्रदेश सरकार बिना सर्वे के सूखा राहत का ढिंढोरा पिट रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पूछा हैं कि किसान हितैषी मुख्यमंत्री भूपेश जी किसानों की सुध कब लेंगे बताएं?
कब रकबा कटौती, गुणवत्ताहीन खाद और सरकार की गलत नीति के चलते आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजनों की सुध कब लेंगे कब उनकी पीड़ा समझेंगे? आत्महत्या करने वाले किसानों को मानसिक रोगी बताया गया ऐसे में कैसे किसान हितैषी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ के किसान याद नहीं आते।
भाजपा प्रदेश मंत्री ओपी चौधरी (IPS) ने कहा कि प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का किसानों के नाम पर ढोंग करने और सियासत करने वाला चेहरा किसानों के सामने उजागर हो चुका हैं।
किसान समझ चुके हैं कि अपने आपको किसान पुत्र किसान हितैषी कहने वाले भूपेश बघेल एक करोड़पति मुख्यमंत्री भी हैं और उनके चेहरे पर सियासत का चश्मा लगा हैं, ऐसे में जब भी करोड़पति मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खेत और किसानों की ओर देखते हैं तब उन्हें केवल मुख्यमंत्री की कुर्सी नजर आती हैं किसानों की पीड़ा नहीं।