Food Poisoning : बिना सूचना के ऑन स्पॉट पहुंचे कलेक्टर...

Food Poisoning : बिना सूचना के ऑन स्पॉट पहुंचे कलेक्टर…

Food Poisoning : Collector reached on spot without notice...

Food Poisoning

चिकित्सा कैंप के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाकर जाना मरीजों का हाल

रायपुर/नवप्रदेश। Food Poisoning : रायपुर जिले के तिल्दा विकासखंड के ग्राम सगुनी में कल फूड प्वाइजनिंग हुई थी, जिसके बाद काफी लोग बीमार पड़ गए, हालांकि मरीजों का इलाज जारी है। इसका जायजा लेने आज कलेक्टर सौरभ कुमार बिना किसी को बताए ग्राम सगुनी पहुंचे। वहां उन्होंने चिकित्सा कैंप के साथ-साथ धरसीवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर यहां भर्ती मरीजों से न सिर्फ मुलाकात की बल्कि उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।

पैरामेडिकल स्टाफ की अतिरिक्त टीम तैनात

कलेक्टर सौरभ कुमार ने मेडिकल कॉलेज रायपुर के विशेषज्ञों को भी इन चिकित्सालयों में पहुंचकर मरीजों के स्वास्थ्य (Food Poisoning) की जानकारी लेने के निर्देश दिए है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम यहां पहुंच रही है। इसके अलावा इन चिकित्सालयों में चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों तथा पैरामेडिकल स्टाफ की अतिरिक्त टीम भी लगाई गई है।

Food Poisoning : Collector reached on spot without notice...

सभी मरीज खतरे से बाहर

आपको बताते चले कि फूड प्वाइजनिंग (Food Poisoning) के बाद 208 मरीजों की OPD जांच की गई। जिसमें 62 मरीजों को इलाज के लिए विभिन्न चिकित्सालयों में भर्ती किया गया। ग्राम सुगनी में बनाए गए चिकित्सा कैंप में 22 मरीजों को इलाज के लिए भर्ती किया गया। इसी तरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धरसीवां में 32 मरीजों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिल्दा में 3 मरीजों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खैरखूट में 8 मरीजों को भर्ती किया गया। स्वास्थ्य ठीक होने पर खैरखूट के 4 मरीजों को चिकित्सालय से छुट्टी दे दी गई है। इन चिकित्सालयों के सभी मरीजों की स्थिति में लगातार सुधार है और सभी खतरे से बाहर है।

Food Poisoning : Collector reached on spot without notice...

फूड और पानी का लिया सैंपल

फूड प्वाइजनिंग (Food Poisoning) के संबंध में फूड और पानी का सैंपल भी लिया गया है। कलेक्टर ने अनुविभागीय दंडाधिकारी तथा मुख्य नगरपालिका अधिकारी को भी लगातार स्थिति की निगरानी करने को कहा है। कलेक्टर ने गांव के लोगों से भी अपील की है कि अगर किसी की भी तबीयत खराब होने की जानकारी मिलती है तो उसे तत्काल चिकित्सालय में लाकर दिखाया जाए तथा उसके स्वास्थ्य की देखभाल की जाए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मीरा बघेल के साथ-साथ अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे।

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