Farmer Protest Chhattisgarh : दबंग ने हड़प ली जमीन, परिवार के साथ अनशन पर बैठा किसान

Farmer Protest Chhattisgarh

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छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के अमलीपदर के खरीपथरा गांव के निवासी मुरहा नागेश और उनका परिवार चार माह पहले मिले लिखित आश्वासन के बावजूद अपनी जमीन कब्जे से मुक्त नहीं कराए जाने पर मंगलवार से गरियाबंद के गांधी मैदान में भूख हड़ताल (Farmer Protest Chhattisgarh) पर बैठ गए हैं। किसान ने कहा कि प्रशासन के पास अब कोई भरोसा नहीं है और जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होता, वे आंदोलन जारी रखेंगे।

चार माह पहले, 14 जुलाई 2025 को मुरहा नागेश ने अपने परिवार के साथ कलेक्ट्रेट के सामने भूख हड़ताल शुरू की थी। अपनी जमीन को दबंग के कब्जे से मुक्त कराने की मांग को लेकर उन्होंने सामूहिक आत्महत्या तक की चेतावनी दी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने उन्हें दो माह में समस्या हल करने और सुरक्षा प्रदान करने का लिखित आश्वासन दिया था। लेकिन अब चार माह बीतने के बाद भी न्याय नहीं मिल सका।

मुरहा नागेश ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने उन्हें केवल झूठा आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि दबंग (Farmer Protest Chhattisgarh) ने उनके खेत में लगी फसल को मवेशियों से चरवा दिया, जबकि प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। नागेश अपने दो मासूम बच्चों, पत्नी और एक रिश्तेदार के साथ ठंड में खुले आसमान के नीचे न्याय की आस में रात बिताने को मजबूर हैं।

(Farmer Protest Chhattisgarh) गांव में कई जमीनों में सीमांकन संबंधी समस्या

मुरहा नागेश ने स्पष्ट किया कि वे अब किसी नए लिखित आश्वासन या झांसे के भरोसे नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी जमीन उन्हें वापस नहीं मिलती, वे कड़कड़ाती ठंड में खुले मैदान में भूख हड़ताल जारी रखेंगे। इस पूरे मामले पर अमलीपदर तहसीलदार ने कहा कि समस्या जटिल है। नागेश की जमीन में ही नहीं, बल्कि गांव में कई जमीनों में सीमांकन संबंधी समस्या है। तहसीलदार ने बताया कि प्रशासन इस पर काम कर रहा है, लेकिन इसमें 1-2 माह और समय लगेगा।