सभी लोग मर चुके हैं, मैं भी जल्द ही मर जाऊंगा…,एक ही परिवार के सात लोगों ने कार में जहर खाकर की आत्महत्या..

Haryana Suicide Case
-परिवार के मुखिया ने मरने से पहले प्रत्यक्षदर्शियों से कहा
पंचकूला। Haryana Suicide Case: हरियाणा के पंचकूला में एक ही परिवार के सात सदस्यों ने कार में जहर खाकर आत्महत्या कर ली, जिससे हड़कंप मच गया। ये सभी बागेश्वर धाम में हनुमान कथा में भाग लेकर लौटे थे। इस बीच इस सामूहिक आत्महत्या मामले के प्रत्यक्षदर्शी पुनीत राणा ने घटना के बारे में चौंकाने वाली जानकारी दी है। राणा ने बताया कि इस परिवार के मुखिया प्रवीण मित्तल ने हमें बताया कि हमने जहर खा लिया है, सभी लोग मर चुके हैं और मैं भी थोड़ी देर में मर जाऊंगा।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि किसी ने हमें सूचना दी कि हमारे घर के पास एक कार खड़ी है जिस पर तौलिया रखा हुआ है। अत:, संदेहास्पद स्थिति में, हम उस स्थान पर पहुँचे। उस समय परिवार के मुखिया प्रवीण मित्तल ने हमें बताया कि हम बाबा के कार्यक्रम में आए हैं। लेकिन चूंकि वहां कोई होटल उपलब्ध नहीं था, इसलिए मैं कार में ही सो गया। इसलिए हमने उनसे कहा कि वे कार को वहां से हटाकर कहीं दूर पार्क कर दें। इसके अलावा जब हमने कार के अंदर झांका तो हमने देखा कि अन्य लोग एक-दूसरे के ऊपर लेटे हुए थे।
उन्होंने एक दूसरे पर उल्टी भी की। उनमें से कुछ तो मर हुए लग रहे थे। इस बीच जब हमने और पूछताछ की तो उस परिवार के मुखिया प्रवीण मित्तल नीचे आ गए। उसने हमें बताया कि हम सभी ने जहर खा लिया है। मैंने भी जहर पी लिया है। सब लोग मर चुके हैं। मैं भी कुछ समय में मर जाऊंगा। हम भारी कर्ज में डूबे हुए हैं। हमारे रिश्तेदार बहुत अमीर हैं। लेकिन किसी ने मेरी मदद नहीं की। जैसे ही हमने उनकी आवाज सुनी, हमने कार में बैठे बच्चों को हिलाया, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
फिर हमने पुलिस को बुलाया। पुलिस भी तुरंत घटनास्थल (Haryana Suicide Case) पर पहुंच गई। लेकिन एम्बुलेंस आने में देर हो गई। अगर एम्बुलेंस समय पर पहुंच जाती तो अंदर बैठे लोगों को बचाया जा सकता था। उस परिवार का एक सदस्य प्रवीण मित्तल कार से बाहर आया। लेकिन कुछ ही समय बाद उनकी भी मृत्यु हो गई। इसी बीच उत्तराखंड के देहरादून निवासी प्रवीण मित्तल अपने परिवार के साथ पंचकूला के बागेश्वर धाम में आयोजित हनुमान कथा कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद घर लौटते समय उन्होंने सामूहिक आत्महत्या कर ली। मृतकों में प्रवीण मित्तल (42), प्रवीण के माता-पिता, प्रवीण की पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा शामिल हैं।