किसानों के मुद्दे पर हंगामे के कारण रास में शून्यकाल-प्रश्नकाल नहीं हो सका
नयी दिल्ली । rajysabha: किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने बुधवार को राज्य सभा में भारी हंगामा किया जिससे शून्य काल और प्रश्न काल की कार्यवाही नहीं हो सकी।
सभापति एम वेंकैया नायडू (rajysabha) ने शून्य काल के दौरान हंगामा कर रहे सदस्यों को शांत रहने और कार्यवाही सुचारु रूप से चलने देने का बार-बार आग्रह किया और कहा कि शोर-शराबा करके वे किसानों का भला नहीं कर रहे हैं। इसके बाद भी विपक्षी सदस्य किसानों के मुद्दे पर तत्काल चर्चा कराने की मांग करते रहे।
श्री नायडू ने कहा कि किसानों के मुद्दे पर जब सदन में चर्चा होगी तब वे अपने विचार रख सकते हैं लेकिन विपक्षी सदस्यों ने उनके सुझाव को अनसुना करके सदन के बीचोबीच आकर हंगामा करते रहे जिस पर श्री नायडू ने कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इसके बाद जब दोबारा दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो उप सभापति (rajysabha) हरिवंश ने प्रश्न काल की घोषणा की। इसके साथ ही विपक्षी सदस्यों ने फिर शोर-शराबा शुरू कर दिया और वे किसानों के मुद्दे पर तत्काल चर्चा कराने की मांग करने लगे। वे सदन के बीचोबीच आकर सरकार विरोधी नारे लगाते लगे।
श्री हरिवंश ने सदस्यों से अपनी-अपनी सीट पर जाकर प्रश्न काल चलने देने का बार-बार आग्रह किया और इसी बीच उन्होंने प्रश्न पूछने के लिए कुछ सदस्यों के नाम भी पुकारे लेकिन शोर-शराबे में कुछ सुनाई नहीं दिया। इस दौरान विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी और हंगामा जारी रहा तो उप सभापति ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी।