CORONA VACCINE Update : बड़ी राहत- शोध में दावा कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने से तीन गुना ज्यादा सुरक्षा..
CORONA VACCINE UPDATE: डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की नाक में सामान्य वेरिएंट की तुलना में 1000 गुना ज्यादा वायरस
नई दिल्ली। CORONA VACCINE UPDATE: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए देशभर में टीकाकरण अभियान जोरों पर है। पूरी दुनिया में कोरोना का कहर देखा जा रहा है। मरीजों की संख्या 20 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है। तो लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।
दुनिया के विकसीत देश कोरोना से कमजोर हुए हैं। मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या ने प्रशासन की चिंता और बढ़ा दी है। कोरोना ने लोगों के मन में डर का माहौल बना दिया है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए देशभर में टीकाकरण अभियान जोरों पर है। टीकाकरण पर अधिक जोर दिया जा रहा है। कोरोना का टीका लगवाने वाले नागरिकों को अब बड़ी राहत मिली है।
शोध के अनुसार, जो लोग कोरोना वैक्सीन (CORONA VACCINE UPDATE) की दोनों खुराक लेते हैं, उनके सुरक्षित होने की संभावना तीन गुना अधिक होती है। ब्रिटेन में इस पर अहम शोध किया गया है। यूके में कोरोना वायरस पर सबसे बड़े शोध में से एक कम्युनिटी ट्रांसमिशन का रियल टाइम असेसमेंट बुधवार को जारी किया गया। इसमें बहुमूल्य जानकारी मिली है।
रिपोर्ट के मुताबिक 20 मई से 7 जून के बीच इंग्लैंड में कोरोना संक्रमण की दर चार गुना बढ़कर 0.13 फीसदी से 0.63 फीसदी हो गई। 12 जुलाई के बाद संक्रमण दर में गिरावट आई है। इंपीरियल कॉलेज लंदन और आईपीएसओएस मोरी के आंकड़ों के अनुसार, 24 जून से 12 जुलाई के बीच लंदन में हुए शोध में 98,000 स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया था। उन पर शोध किया गया।
शोध के अनुसार, वैक्सीन की दोनों खुराक लेने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमित होने की संभावना तीन गुना कम थी। इस बीच डेल्टा संस्करण को बर्बाद किया जा रहा है। कोरोना वायरस (CORONA VACCINE UPDATE) का डेल्टा संस्करण इस समय दुनिया भर में चिंता का विषय है। इस प्रकार की वास्तविक संक्रामक क्षमता को निर्धारित करने के लिए चल रहे शोध चल रहे हैं। इस बीच चीन में हुई एक स्टडी में नई जानकारी सामने आई है।
शोध के अनुसार, डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की नाक में सामान्य वेरिएंट की तुलना में 1000 गुना ज्यादा वायरस होते हैं। यह भी कहा जाता है कि डेल्टा संस्करण कोरोना के मूल वुहान संस्करण की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक है। एक शोधकर्ता के अनुसार, डेल्टा संस्करण अधिक वायरस जारी करता है। यही कारण है कि यह वेरिएंट अधिक लोगों को संक्रमित करता है। यह भी बहुत तेजी से फैल रहा है।
चीन के ग्वांगडोंग प्रोविंशियल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के शोधकर्ता जिंग लू और उनके सहयोगियों ने 62 कोरोना संक्रमणों का अध्ययन किया है। वर्तमान में चीन में डेल्टा संस्करण का प्रचलन बढ़ रहा है। कई जगहों पर लॉकडाउन लागू कर दिया गया है और टेस्टिंग-ट्रेसिंग की रफ्तार भी बढ़ा दी गई है। इससे पहले, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने डेल्टा संस्करण की संक्रामक क्षमता के बारे में चिंता व्यक्त की थी।
डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि डेल्टा पैटर्न से जुड़ी बढ़ी हुई संचरण क्षमता से मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे पर भारी दबाव पड़ेगा, खासकर कम टीकाकरण के संदर्भ में।