Corona Effect on Secretariat : अब खुद चाय बना अपना कप-प्लेट भी धोने लगे साहब
नई दिल्ली/ए.। कोरोना (corona effect on secretariat) वायरस कोविड-19 आज जनता से लेकर आल अफसरों तक से वो सब काम करवा रहा है, जिसके बारे में उन्होंने कभी सोचा भी नहीं होगा। आम लोगों को सब्जी बाजारों में बाल्टी में सब्जी खरीदने की खबरें तो देखी ही हैं हमने।
वहीं दूसरी ओर अ केंद्रीय सचिवालय (secretariat) के आला अफसर (officers) अपना कप- प्लेट (cup plate) खुद धो रहे (cleaning) हैं। इसकी चपेट में अब अंडर सेके्रटरी और सेक्शन आफिसर जैसे सिर्फ छोटे अधिकारी ही नहीं बल्कि ज्वांइट और एडिशनल से सेक्रेटरी रैंक के अधिाकारी भी आ रहे हैं। इसलिए अब इन नौकरशाहों की जीवनशैली भी बदल गई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वह बिना चाय पीये नहीं रह सकते। वैसे भी डॉक्टरों का सुझाव है कि थोड़े अंतराल पर गर्म पेय पीते रहें। इसलिए वे खुद ही चाय बना लेते हैं। चाय पीने के बाद खुद ही कप-प्लेट (cup plate) धो लेते (cleaning) हैं। उसे चपरासी से नहीं धुलवाते हैं, ताकि कोई कोरोना (corona effect on secretariat) से कहीं संक्रमण न हो जाए।
टेबल-कुर्सी दरवाजे तक खुद ही कर रहे साफ
उद्योग भवन में तैनात एक डिप्टी सेक्रेटरी ने बताया कि जब वह दफ्तर पहुंचते हैं तो अपनी टेबल-कुर्सी खुद साफ करते हैं। इसके साथ ही टेलीफोन को, कुर्सी व अपने कमरे के दरवाजे के हैंडल को भी खुद ही कोलीन से साफ करते हैं और सेनिटाइज करते हैं। उसके बाद वाशरूम जाकर साबुन से हाथ-मुंह धोते हैं। तब काम शुरू होता है।
कम होता है चपरासी का बुलावा
नौकरशाह अब चपरासियों को भी कम ही बुलाते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक चपरासी सबसे ज्यादा संक्रमण के वाहक बन रहे हैं, क्योंकि वे न सिर्फ ज्यादा लोगों से मिलते-जुलते हैं बल्कि ढेरों कमरों में भी जाते हैं। इसी तरह पर्सनल सेक्रेटरी को भी सिर्फ फोन पर ही बात कर काम निपटा लिया जाता है। बहुत जरूरी होने पर उन्हें कमरे में बुलाया जाता है।
बहुत जरूरी होने पर ही मिलते हैं दूसरे लोगों से
हमने कई अधिकारियों से बात की। सबका कहना है कि बहुत जरूरी हो, तभी वह किन्हीं को कमरे में मिलने के लिए बुलाते हैं या किसी के कमरे में मिलने के लिए जाते हैं। इस समय तो सेक्रेटरी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ही मीटिंग कर ले रहे हैं।