कांग्रेस 'दल' नहीं…'दलदल' है… किसने कहा?

कांग्रेस ‘दल’ नहीं…’दलदल’ है… किसने कहा?

Dr.Raman Singh : सदस्यों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की: CM

रायपुर/नवप्रदेश। Dr.Raman Singh : विधायक बृहस्पत विवाद सदन में काफी गरमा गया है। विधानसभा में भाजपा सदस्यों ने सदन में पीड़ित पक्ष को सुनने की मांग की थी, जिस पर काफी हंगामा हुआ और 3 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इस बीच पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने एक ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस कोई दल नहीं, बल्कि ‘दलदल’ है। अब इसका अभिप्राय तो हर कोई समझ रहा है, अलबत्ता बृहस्पत का मुद्दा कांग्रेस के लिए जी का जंजाल बन बैठा।

दरअसल आज से विधानसभा (Dr.Raman Singh) सत्र शुरू हुआ है। 5 दिवसीय सत्र में कई अहम मुद्दों पर चर्चा किया जाना है, लेकिन सदन शुरू होते ही बीजेपी सहित विपक्ष विधायकगण बृहस्पत विवाद को अधिक तूल देने पर उतारू है। जब सदन में मुद्दा गरमाया था तब आसंदी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह से पूछा कि आप 15 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे हैं, क्या एक पक्ष को सुनकर निर्णय लिया जा सकता है। इस पर डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि ये मामला अलग है, ये विशिष्ट मामला है।

ट्वीट में लिखा है-

पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने पूरे मुद्दे को लेकर ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने सरकार (Dr.Raman Singh) पर एक बार फिर तल्ख तंज कसा। उन्होंने लिखा कि कांग्रेस दल नहीं, दलदल है। टीएस सिंहदेव और बृहस्पत सिंह समेत अन्य विधायकों की खांचतान से यह साबित हो गया है कि विधायक दल का नेता होने के नाते सीएम भूपेश बघेल से न विधायक संभल रहे हैं, न ही छत्तीसगढ़।

सदस्यों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की: CM

उसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सदन के सदस्यों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी सरकार (Dr.Raman Singh) की है। जिसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। विपक्षी सदस्य परंपरा की बात करते हैं, लेकिन ये कौन सी परंपरा है कि आसंदी के निर्देश के बाद भी सुना नहीं जा रहा है, ये कौन सी परंपरा है कि एक सदस्य कुछ कह रहा है तो बाक़ी सभी सदस्य खड़े हुए हैं।

अब ये राष्ट्रीय मुद्दा है, विचार किया जाए: धर्मजीत सिंह

इसके बाद जेसीसी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि यहां यह कहा जा रहा है कि अखबारों के कतरन के आधार पर चर्चा नहीं हो सकती, लेकिन इसी सदन में कतरनों पर चर्चा हुई है। ये मुद्दा अब सिर्फ राज्य का नहीं रहा, राष्ट्रीय स्तर का हो गया है, ऐसे में विपक्ष की मांग पर विचार किया जाए।

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