CM Soren : CM हेमंत से ED के अफसरों ने की 10 घंटे लंबी पूछताछ, सोरेन के जवाब से अफसर नहीं संतुष्ट
रांची, नवप्रदेश। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी ने मनी लांड्रिंग के मामले में गुरुवार को लंबी पूछताछ की। रांची के एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में सुबह करीब 11.55 बजे ईडी के दफ्तर में घुसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से रात के 10 बजे तक पूछताछ हुई।
मुख्यमंत्री ने 1000 करोड़ के अवैध खनन सहित विभिन्न मुद्दों पर तीन पन्नों में जो ईडी के प्रश्नों का उत्तर दिया था, उसे ईडी ने एक सिरे से खारिज कर दिया है। ईडी के अनुसार वह 1000 करोड़ के रायल्टी चोरी का नहीं,
बल्कि 1000 करोड़ के अवैध खनन की जांच कर रही है, जो हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री काल में साहिबगंज के क्षेत्र में हुई है। वह भी तब जब मुख्यमंत्री खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री हैं।
ईडी ने मुख्यमंत्री को समन करने से पहले ईडी ने अपना होमवर्क पूरा कर लिया था और पुख्ता दस्तावेज के साथ मुख्यमंत्री के सामने बैठी, ताकि मुख्यमंत्री को सवालों से घेरने में सफल हो सकें। ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी ने दिनभर चली पूछताछ में मुख्यमंत्री से उनकी संपत्ति का हिसाब भी मांगा।
मुख्यमंत्री ने कहां कितनी चल-अचल संपत्ति बनाई, इसपर भी कई सवाल दागे, जिसका मुख्यमंत्री ने जवाब भी दिया है। बताया जाता है कि ईडी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है।
ईडी ने पूर्व में मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल, मुख्यमंत्री के करीबी प्रेम प्रकाश व अमित अग्रवाल, पंकज मिश्रा सहयोगी बच्चू यादव को गिरफ्तार कर लंबी पूछताछ की है।
पूछताछ में इस बात के सबूत मिल चुके हैं कि इस सिंडिकेट ने साहिबगंज में करीब 1000 करोड़ रुपये का अवैध खनन किया है। पूर्व में छापेमारी में पंकज मिश्रा के यहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पासबुक व हस्ताक्षरित चेक भी मिले थे।
वहीं, चार्टर्ड अकाउंटेंट जे. जयपुरियार के यहां से भी बैंकिंग लेन-देन से संबंधित दस्तावेज मिले थे, जिसके आधार पर भी मुख्यमंत्री से सवाल पूछे गए। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ रात दस बजे तक चली।
ईडी कार्यालय के बाहर एसडीओ सदर ने गुरुवार को धारा 144 लगा दिया था। वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। ईडी कार्यालय के पास चार-चार बैरियर लगाकर सड़क को वन वे कर दिया गया था, ताकि कार्यालय के गेट के पास भीड़ न लगे। कार्यालय के आगे अश्रु गैस, फायर ब्रिगेड को भी तैनात किया गया था।
ईडी कार्यालय की सुरक्षा में सीआरपीएफ के अलावा जैप व रैप के जवान भी लगाए गए थे। मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले मौके पर रांची के डीसी, एसएसपी व सिटी एसपी पहुंचे और वहां के जवानों तथा पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया। ईडी कार्यालय के बाहर आधा दर्जन डीएसपी को तैनात किया गया था ताकि स्थिति अनियंत्रित होने पर समय रहते संभाला जा सके।