Chintan Shivir Conclusion : अब पद और टिकट पाने के क्राइटेरिया तय, लिए कई और फैसले
उदयपुर/नवप्रदेश। Chintan Shivir Conclusion : राजस्थान के उदयपुर में आयोजित तीन दिवसीय कांग्रेस चिंतन शिविर का रविवार को समापन हो गया। अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत शीर्ष नेताओं के मंथन के बाद पार्टी के हित में कुछ फैसले लिए गए जिन्हें ‘उदयपुर घोषणापत्र’ के नाम से जारी किया गया।
समापन भाषण में अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि एक हफ्ते के भीतर पार्टी में आंतरिक सुधारों के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। दिन-प्रतिदिन के कामकाज में कांग्रेस अध्यक्ष को सलाह देने के लिए एक सलाहकार निकाय का भी गठन किया जाएगा। अगले 90 से 180 दिनों में देशभर में ब्लॉक स्तर, जिला स्तर, प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर सभी रिक्त नियुक्तियां संपूर्ण कर जवाबदेही सुनिश्चित कर दी जाए। संगठन को प्रभावी बनाने के लिए ब्लॉक कांग्रेस के साथ-साथ ‘‘मंडल कांग्रेस कमिटियों’’ का भी गठन किया जाए।
2 अक्टूबर से शुरू होगी ‘भारत जोड़ी यात्रा’
कांग्रेस कार्य समिति से जुड़ा यह सलाहकार समूह कांग्रेस अध्यक्ष के साथ बैठकें करेगा। यह समूह ज्वलंत मुद्दों और भावी एजेंडों पर सलाह देगा। यही नहीं अपने समापन भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एलान किया कि संगठनात्मक सुधारों को शुरू करने के लिए एक टास्क फोर्स भी गठित की जाएगी। पार्टी आम लोगों से जुड़ने के लिए दो अक्टूबर से कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ भी शुरू करेगी। पार्टी 15 जून से जिला स्तर पर ‘जन जागरण यात्रा’ के दूसरे चरण का भी शुभारंभ करेगी।
राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी बनाएगी तीन विभाग
‘नव संकल्प चिंतन शिविर’ में व्यापक (Chintan Shivir Conclusion) विचार-विमर्श के बाद अपनाई गई उदयपुर घोषणा में कांग्रेस ने तीन नए विभाग स्थापित करने का भी निर्णय लिया।
1- पब्लिक इनसाइट डिपार्टमेंट : इस विभाग का गठन इसलिए किया गया है ताकि भिन्न-भिन्न विषयों पर जनता के विचार जानने में सहूलियत हो और कांग्रेस नेतृत्व को नीति निर्धारण के लिए तर्कसंगत फीडबैक उपलब्ध हो सके।
2- राष्ट्रीय ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट : इस विभाग का गठन किया जाए ताकि पार्टी की नीतियों, विचारधारा, विजन और ज्वलंत मुद्दों से पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अवगत कराया जा सके।
3- इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के स्तर पर इस विभाग का गठन किया जाए ताकि हर चुनाव की तैयारी प्रभावशाली तरीके से संपन्न हो और पार्टी को अपेक्षित परिणाम हासिल हो सके।
अब एक परिवार एक टिकट, एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत
पार्टी ने संगठन के सभी स्तरों पर 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व प्रदान करने का भी निर्णय लिया है। पार्टी ने घोषणा की कि कांग्रेस अध्यक्ष राजनीतिक चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने के लिए कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों में से एक सलाहकार समूह का गठन करेंगी। साथ ही ‘एक व्यक्ति, एक पद’ और एक परिवार, एक टिकट जैसे कठोर प्राविधानों को लागू करने पर जोर दिया गया है। हालांकि अपवाद की स्थिति केवल तभी लागू होगी जब परिवार का कोई अन्य सदस्य कम से कम पांच साल से पार्टी में काम कर रहा हो। राष्ट्रीय, प्रदेश, जिला, ब्लॉक व मंडल संगठनों की इकाईयों में सामाजिक वास्तविकता का प्रतिबिंब भी हो, यानि दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों व महिलाओं को न्यायसंगत प्रतिनिधित्व मिले। संगठन में ‘‘एक व्यक्ति, एक पद’’ का सिद्धांत लागू हो।
राहुल गांधी ने दिया जनता से जुड़ने का सुझाव
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को पार्टी के चिंतन शिविर में नेताओं से जनता के बीच जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जनता के साथ पार्टी का संपर्क टूट गया है जिसे फिर से जोड़ने की जरूरत है। राहुल ने एलान किया कि आगामी अक्टूबर महीने में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जनता के बीच जाएंगे और उनकी समस्याओं से रूबरू होंगे। नव संकल्प चिंतन शिविर’ के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कार्यकर्ताओं और नेताओं को जनता से जुड़ने का सुझाव दिया।
पद पर रहने की समय सीमा तय
कांग्रेस ने यह भी तय किया है कि पार्टी के संगठनात्मक पदों पर नए लोगों को अवसर दिए जाएंगे। नए लोगों को अवसर देने के लिए कोई भी व्यक्ति पांच साल से अधिक समय तक पार्टी के किसी एक पद पर नहीं रहेगा। पार्टी में लंबे समय तक एक ही व्यक्ति पद पर बने रहने के बारे कई विचार सामने आए। संगठन के हित में यह है कि 5 वर्षों से अधिक कोई भी व्यक्ति एक पद पर न रहे, ताकि नए लोगों को मौका मिल सके। यही नहीं, मौजूदा भारत के आयु वर्ग व बदलते स्वरूप के अनुसार यह आवश्यक है कि कांग्रेस कार्यसमिति, राष्ट्रीय पदाधिकारियों, प्रदेश, जिला, ब्लॉक व मंडल पदाधिकारियों में 50 प्रतिशत पदाधिकारियों की आयु 50 वर्ष से कम हो।
हर प्रांत के स्तर पर भिन्न-भिन्न विषयों पर चर्चा करने व निर्णय के लिए एक ‘‘पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी’’ का गठन किया जाए। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी व प्रदेश कांग्रेस कमिटियों का सत्र साल में एक बार अवश्य आयोजित हो। इसी प्रकार, जिला, ब्लॉक व मंडल कमिटियों की बैठक नियमित रूप से आयोजित की जाए। आज़ादी के 75वर्ष पूरे होने पर हर जिला स्तर पर 9 अगस्त से 75 किलोमीटर लंबी पदयात्रा का आयोजन हो, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम के लक्ष्यों व त्याग तथा बलिदान की भावना प्रदर्शित हो।
मीडिया विभाग को सशक्त बनाने पर जोर
बदलते परिवेश में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मीडिया व संचार विभाग (Chintan Shivir Conclusion) के अधिकारक्षेत्र, कार्यक्षेत्र व ढांचे में बदलाव कर व्यापक विस्तार किया जाए तथा मीडिया, सोशल मीडिया, डाटा, रिसर्च, विचार विभाग आदि को संचार विभाग से जोड़ विषय विशेषज्ञों की मदद से और प्रभावी बनाया जाए। प्रदेशों के सभी मीडिया, सोशल मीडिया, रिसर्च आदि विभागों का अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के अंतर्गत रख सीधा जुड़ाव बने, ताकि पार्टी का संदेश प्रतिदिन देश के हर कोने-कोने में फैल सके।