एल्ब्रस पर्वत के शिखर पर छत्तीसगढ़ के दिव्यांग चित्रसेन की नजर,17 अगस्त को अभियान पर होंगे रवाना
Mountaineer : किलिमंजारो और कोठियारथ पर्वत पर प्राप्त कर ली है विजय
रायपुर/नवप्रदेश। Mountaineer : छत्तीसगढ़ के दिव्यांग चित्रसेन साहू एक और उपलब्धि हासिल करने और राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने यूरोप में माउंट एल्ब्रस की सबसे ऊंची चोटी को फतह करने का फैसला किया है। यह पर्वत रूस में स्थित है जिसकी ऊंचाई 5,642 मीटर (18510 फीट) है। जहां तक किसी दोहरे दिव्यांग व्यक्ति की बात है तो चित्रसेन इस पर्वत पर चढ़ने वाले देश के पहले व्यक्ति होंगे।
चित्रसेन 17 अगस्त को अपने अभियान पर रवाना होंगे और 24 अगस्त को शिखर पर पहुंचने की उम्मीद है। इससे पहले, चित्रसेन साहू ने किलिमंजारो और माउंट कोठियारथ को जीतकर एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था।
चित्रसेन (Mountaineer) शिखर पर पहुंचकर अपने दिव्यांगता को पछाड़ते हुए ‘अपने पैरों पर खड़े’ होने के संदेश के साथ ही मिशन समावेश और प्लास्टिक मुक्त पृथ्वी का संदेश देंगे। चित्रसेन राज्य के ब्लेड रनर, जिन्हें ‘हाफ ह्यूमन रोबो’ के नाम से जाना जाता है।
उल्लेखनीय है कि माउंट किलिमंजारो अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी है और माउंट कोथियारथ ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप का सबसे ऊंचा पर्वत है। चित्रसेन यह उपलब्धि हासिल करने वाले देश के पहले दिव्यांग हैं। चित्रसेन साहू ने कहा कि कृत्रिम पैरों के कारण पर्वतारोहण में बहुत कठिनाई होती है और यह अपने आप में एक बड़ी चुनौती है, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है और उनका लक्ष्य सात महाद्वीपों को जीतना है। वह पहले ही दो चोटियों पर विजय प्राप्त कर चुके है और एल्ब्रस पर्वत के रूप में तीसरी बार नजर गड़ाए हुए है।
यह पर्वतारोहण अभियान (Mountaineer) उत्तरी अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन (नाचा) छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड, ऑगटेक नेक्स्ट वेल्थ और सामाजिक पहल भागीदार सुमित फाउंडेशन (जीवनदीप), राजेंद्र किसानलाल फाउंडेशन के सहयोग से पूरा किया जाएगा। गौरतलब है कि चित्रसेन एक राष्ट्रीय व्हीलचेयर बास्केटबॉल खिलाड़ी और राष्ट्रीय पैरा तैराक भी हैं। चित्रसेन ने स्काईडाइविंग में भी एक कीर्तिमान स्थापित किया है, जिसमे उन्होंने 14,000 फीट से स्काइडाइव किया था।