Char Dham Yatra Update : मौसम ने बदली चारधाम की रंगत, श्रद्धालुओं की बढ़ी आमद – बदरीनाथ में रिकार्ड यात्रियों की उम्मीद

Char Dham Yatra Update

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Char Dham Yatra Update : उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से मौसम के साफ रहने के साथ ही चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra Update) की रौनक एक बार फिर लौट आई है। बारिश और भूस्खलन से जूझने के बाद अब रास्ते खुल चुके हैं, और श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। हालांकि यात्रा अपने अंतिम चरण में है, पर मौसम की अनुकूलता ने इसे नई गति दे दी है।

 मौसम सुहाना, आस्था का प्रवाह दोबारा शुरू

मौसम विभाग ने आगामी दिनों में शुष्क और साफ मौसम की संभावना जताई है, जिससे चारधाम यात्रा का समापन उत्साहपूर्ण माहौल में होने की उम्मीद है।

गंगोत्री धाम के कपाट 22 अक्टूबर, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के 23 अक्टूबर, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट नवंबर के अंत तक खुले रहेंगे।

इस बीच, बदरीनाथ की ओर जाने वाले यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।

स्थानीय प्रशासन के अनुसार, “मौसम साफ होते ही यात्रा में वह पुरानी चहल-पहल लौट आई है, जो मानसून के दौरान लगभग खत्म हो गई थी।”

 केदारनाथ और बदरीनाथ में रिकॉर्ड भी टूटे

इस सीजन में केदारनाथ और बदरीनाथ धाम दोनों ने पिछले वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

केदारनाथ में अब तक 17.02 लाख यात्री दर्शन कर चुके हैं, जबकि

बदरीनाथ में 14.89 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।

पिछले वर्ष की तुलना में यह आंकड़ा स्पष्ट रूप से अधिक है, जब पूरे सीजन में क्रमशः 16.52 लाख और 14.35 लाख यात्री पहुंचे थे। पुलिस और प्रशासन ने यात्रियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए सुरक्षा और यातायात व्यवस्थाएं सुदृढ़ कर दी हैं।

 मानसून ने रोक दी थी यात्रा की रफ्तार

जुलाई और अगस्त के दौरान लगातार वर्षा और भूस्खलन से चारधाम मार्ग कई बार अवरुद्ध हुआ। विशेषकर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के मार्गों पर स्थिति सबसे कठिन रही, जहां लगभग एक माह तक यात्रियों की आवाजाही पूरी तरह ठप रही। हालांकि, मौसम खुलते ही इन दोनों धामों में भी धीरे-धीरे यात्रियों की आमद बढ़ी है, लेकिन यह संख्या अभी भी पिछले वर्ष की तुलना में कम है।

 बदरीनाथ बना केंद्रबिंदु

चूंकि बदरीनाथ धाम के कपाट अब भी लगभग एक महीने से अधिक समय तक खुले रहेंगे, इसलिए यहां रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। व्यापारियों और स्थानीय होटल संचालकों के अनुसार, “इस बार सीजन का आख़िरी महीना सबसे ज्यादा व्यस्त रहेगा। मौसम के स्थिर रहने से होटल और यातायात बुकिंग में 30% तक की वृद्धि दर्ज की गई है।”

यात्रा प्रबंधन पर विशेष ध्यान

चारधाम यात्रा की अंतिम अवधि को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने हाई-एल्टीट्यूड मेडिकल यूनिट, यात्री सहायता केंद्र और डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम को पुनः सक्रिय कर दिया है। इसके अलावा, मार्गों पर स्थानीय स्वयंसेवी संगठन और पुलिस कर्मी लगातार यात्रियों को सहायता प्रदान कर रहे हैं।

 श्रद्धा और विश्वास की जीत

बारिश, ठंड और पहाड़ी कठिनाइयों के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ। यात्रा के दौरान कई बार अवरोध आने के बावजूद हजारों लोग पुनः मार्ग खुलने के बाद दर्शन के लिए निकले। स्थानीय पुजारियों और तीर्थ समितियों का कहना है कि “यह सीजन इस बात का प्रतीक है कि आस्था को कोई भी बाधा नहीं रोक सकती।”

 आंकड़ों में अब तक की यात्रा

केदारनाथ: 17.02 लाख यात्री

बदरीनाथ: 14.89 लाख यात्री

गंगोत्री: लगभग 5.20 लाख

यमुनोत्री: करीब 4.75 लाख

पिछले वर्ष की तुलना में केदारनाथ और बदरीनाथ में वृद्धि हुई है, जबकि ऊपरी हिमालयी क्षेत्रों में कम यात्राएं दर्ज की गई हैं।

 पर्यटन और अर्थव्यवस्था को नया बल

चारधाम यात्रा से प्रदेश की पर्यटन अर्थव्यवस्था को बड़ा सहारा मिला है। स्थानीय व्यापार, परिवहन और आवास क्षेत्रों में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है।

विशेषज्ञों के अनुसार, “इस सीजन की यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि आर्थिक रूप से भी प्रदेश के लिए एक सकारात्मक संकेत है।”

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