संघर्षरत किसानों के लिए छग के ‘एक पैली धान व एक रुपया’ ने दिखाई ताकत, सीएम ने 530…
CG NSUI Movement : मुख्यमंत्री ने धान से भरे वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
रायपुर/नवप्रदेश। CG NSUI Movement : केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले माह से दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों की मदद के लिए छग प्रदेश एनएसयूआई (CG NSUI Movement) द्वारा चलाए जा रहे ‘एक रुपया और एक पैली धान देकर बढ़ाएं किसानों का मानÓ अभियान का सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर समापन हो गया।
इसके साथ ही प्रदेश से एकत्रित धान से भरे वाहन को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरी झंडी दिखाकर दिल्ली के लिए रवाना भी कर दिया। ‘एक रुपया और एक पैली धान देकर बढ़ाएं किसानों का मान’ अभियान छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएसयूआई द्वारा प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा के नेतृत्व में 5 जनवरी से चलाया गया था।
इसके तहत 530 क्विंटल 9 किलो (53,009 किलो) धान 66 हजार 500 रुपए की राशि जमा हुई, जिसे सोमवार को दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा मुख्यमंत्री निवास से हरी झंडी दिखाकर एकत्रित किए गए धान को दिल्ली रवाना गया व विशिष्ट अतिथि के रूप में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत जी भी मौजूद रहे।
इससे संघर्ष किसानों को मिलेगा छग के किसानों का साथ : सीएम
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर कहा प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा चलाए गए इस अभियान में एनएसयूआई (CG NSUI Movement) के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में लगभग 1000 मंडियों में जाकर एक रुपया एवं एक पहली ध्यान एकत्रित किया गया। आज हम दिल्ली के लिए इस ध्यान को रवाना कर रहे हैं। इससे दिल्ली में संघर्ष कर रहे किसानों को छत्तीसगढ़ के किसानों का भी साथ मिलेगा। यही शुभकामनाएं एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को देना चाहूंगा।
प्रदेश में ऐसे चला अभियान :
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, एनएसयूआई संचार विभाग अध्यक्ष तुषार गुहा तथा एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता सौरभ सोनकर ने बताया कि 5 जनवरी 2021 से एक रुपया व एक पैली धान एकत्रित करना प्रारंभ किया गया। 14 जनवरी 2021 तक समस्त जिलों में अभियान निरंतर चलाया गया। 15 जनवरी 2021 को विभिन्न मंण्डी, ग्राम , पंचायत क्षेत्र से एकत्रित धान एवं सहयोग राशि को समस्त जिला मुख्यालयों में एकत्रित किया गया। 16 जनवरी 2021 को समस्त एकत्रित धान एवं राशि को प्रदेश मुख्यालय लाया गया।