अस्पतालों में शाम की ओपीडी का बहिष्कार करने वाले डॉक्टरों का कटेगा वेतन
स्वास्थ्य संचालक ने सभी सिविल सर्जन व सीएमएचओ को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा
रायपुर/नवप्रदेश। सरकारी अस्पतालों (cg government hospitals) में शाम की ओपीडी (evening opd) का बहिष्कार कर ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टरों का वेतन काटा (cut salary) जाएगा।
स्वास्थ्य संचालक नीरज बंसोड़ ने इस संबंध में सभी सीएमएचओ, सिविल सर्जन व अधीपक्षकों को पत्र लिखा है। पत्र में यह भी कहा गया है कि जिला अस्पतालों का कार्य इमरजेंसी सेवा के तहत आता है। इसलिए ड्यूटी पर नहीं आने वाले डॉक्टरों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उनकी अनुपस्थिति वाले दिन का वेतन काटा (cut salary) जाए।
उल्लेखनीय है प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर शाम की ओपीडी (evening opd) की व्यवस्था की गई है।
लेकिन प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टर इसके विरोध में सरकारी अस्पतालों (cg government hospitals) में ओपीडी का पूर्णतया बहिष्कार कर रहे हैं। जिससे मरीजों का सही ढंग से उपचार नहीं हो पा रहा है। इसीके मद्देनजर अब ऐसे डॉक्टरों पर सख्ती से निपटने की तैयारी कर ली गई है। वहीं जो डॉक्टर ओपीडी का बहिष्कार कर रहे हैं, वे एक पाली में ओपीडी करने की मांग कर रहे हैं।
डॉक्टरों को शाम की ओपीडी का बहिष्कार नहीं करना चाहिए क्योंकि डॉक्टरों की ड्यूटी के घंटे पहले होते थो उतेन ही (6) हैं। सिर्फ दो पाली में ड्यूअी ली जा रही है। सरकार का यह कदम बिल्कुल सही है।
-डॉ. पी. बालकिशोर, सिविल सर्जन दुर्गशाम की ओपीडी का सरकार का फैसला मरीजों के हित में। इसके लिए डॉक्टरों के साथ ही अस्पताल के सभी स्टाफ को सेवा देनी चाहिए।
-डॉ. हेमंत शर्मा, एडिशनल सुप्रीटेंडेंट, डीकेएस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, रायपुर
ऐसा है शाम की ओपीडी का टाइम
मार्च से अक्टूबर – शाम 5 बजे से 7 बजे तक
ठंड के दिनो में- अपराह्न 4 बजे से 6 बजे तक