CG Chamber : CM के सामने रखा होलसेल कॉरिडोर की परिकल्पना

CG Chamber : CM के सामने रखा होलसेल कॉरिडोर की परिकल्पना

CG Chamber: Concept of Wholesale Corridor placed in front of CM

CG Chamber

रायपुर/नवप्रदेश। CG Chamber : छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी के नेतृत्व में CM भूपेश बघेल से मुलाकात की। उन्होंने होलसेल कॉरिडोर परियोजना को मुख्यमंत्री के समक्ष पेश करते हुए उनसे यूजर चार्ज को युक्तिसंगत बनाने, बाजार शुल्क को पूर्ववत करने और सिंगल यूज प्लास्टिक के संबंध में रिपोर्ट देने का अनुरोध किया।

चेम्बर प्रतिनिधि मंडल में महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल मौजूद थे।

व्यवसाय के क्षेत्र में आदर्श बन सकता है छत्तीसगढ़

नए प्रस्तावित थोक बाजार (CG Chamber) को पेश करते हुए पारवानी ने चीन में यिवू मार्केट (300 एकड़) और दुबई में ड्रैगन मार्केट (500 एकड़) का उदाहरण दिया और कहा कि प्रस्तावित थोक कॉरिडोर उपरोक्त अंतरराष्ट्रीय बाजारों की तरह विशाल और व्यवस्थित होगा। उन्होंने कहा कि, यह होलसेल कॉरिडोर निर्माणाधीन भारत माला सड़क परियोजना और एनएच 30 से सटा होगा, जो भौगोलिक रूप से हमारी सीमा से लगे उड़ीसा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और झारखंड की मांग को पूरा करेगा। ऐसा करने से छत्तीसगढ़ भारत में एक अद्वितीय और सबसे बड़े व्यापारिक क्षेत्र के रूप में जाना जाएगा। यह सभी प्रकार के थोक व्यापार के लिए स्व-केंद्रित और वन-स्टॉप सुविधा होगी। इससे भविष्य में 50 से 100 वर्ष तक निर्बाध व्यवस्था के लिए अनुकूल रहेगा। यह कॉरिडोर उनकी आवश्यकता के अनुसार सर्वोत्तम आधारभूत संरचना वाली सभी वस्तुओं की बिक्री के लिए उपलब्ध होगा।

प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से होगा रोजगार का सृजन

रोजगार के नए अवसरों के साथ ही 1.5 से 2 लाख लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन होगा। राज्य सरकार के सहयोग और व्यवसायियों की प्रतिबद्धता से क्षेत्र के ग्रामीण लोगों के विकास और जीवन स्तर में भी बदलाव आएगा। यह कॉरिडोर पुराने रायपुर और नए रायपुर के बीच सेतु का काम करेगा और पुराने शहर की पहचान वही रहेगी। होलसेल कॉरिडोर के बनने से पुराने शहर में ट्रैफिक का दबाव निश्चित रूप से कम होगा, जिससे आम जनता को यातायात सुगम होगा और पुराने शहर में खुदरा कारोबार बढ़ेगा।

देश का पहला इको-संतुलित बाजार होगा

परवानी ने आगे कहा कि यह देश का पहला इको-संतुलित बाजार होगा, जिसमें सौर ऊर्जा, जल संचयन, जल पुनर्चक्रण और कचरा पुनर्चक्रण की व्यवस्था भी होगी और पर्यावरण संतुलन के लिए पूरे क्षेत्र में सघन वृक्षारोपण भी होगा। प्रस्तावित बाजार को विभिन्न सेक्टरों में वर्गीकृत किया गया है। जिससे ग्राहकों को गंतव्य तक खरीदने में किसी प्रकार की समस्या ना हो। मूलभूत सुविधाएं जैसे पेटोल पम्प, बैंक, एटीएम, चिकित्सा सुविधा, अग्निशमन, शौचालय, हमालों के लिए विश्राम स्थल, खानपान के स्टाल, धर्म कांटा, ट्रकों एवं अन्य वाहनों के खड़े होने की व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था का भी ध्यान रखा गया है।

उन्होंने आगे बताया कि व्यापार (CG Chamber) को विभिन्न सेक्टरों में विभाजित किया गया है। सेक्टर्स में प्रमुख रूप से वेजिटेबल एंड फ्रूट्स, मिल मशीनरी, किराना, निर्माण, टैक्सटाइल, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स, टीवी फ्रिज, ज्वेलरी मार्केट, कार्यालयों के लिए ऑफिस, मेडिकल एंड फार्मा, मोटर मर्चेंट का वर्गीकरण किया गया है, जिसमें विभिन्न व्यवसाय, सेक्टर्स में शामिल होंगे।

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