Cattle Smuggling : ट्रक में भैंसों की तस्करी, दो की मौत, एक तस्कर गिरफ्तार, ड्राइवर समेत तीन फरार

Cattle Smuggling
Cattle Smuggling : पुलिस ने एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। भारी संख्या में भैंसों से भरा एक ट्रक रोका गया और एक शातिर तस्कर को पकड़ लिया गया। लेकिन ड्राइवर और उसके तीन साथी मौके से भाग निकले। इस कार्रवाई ने न केवल तस्करी के जाल को उजागर किया बल्कि कई चौंकाने वाले राज भी सामने आए।
घटना छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की है। रतनपुर थाना क्षेत्र में नाकेबंदी के दौरान यह मामला पकड़ में आया। जानकारी के मुताबिक, तस्कर मवेशियों को ट्रक में भरकर उत्तरप्रदेश ले जा रहे थे। जांच में पता चला कि यह काम संगठित गिरोह (Smuggling Network) द्वारा किया जा रहा था, जिसमें कई राज्यों के लोग शामिल हैं।
ट्रक में भरे थे 17 मवेशी
पुलिस को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं से सूचना मिली थी कि कोरबा जिले के पाली से मवेशियों को अवैध रूप से ले जाया जा रहा है। इसके बाद रतनपुर थाना प्रभारी संजय सिंह राजपूत ने एसएसपी रजनेश सिंह के मार्गदर्शन में नाकेबंदी की। खूंटाघाट के पास एक ट्रक को रोका गया। तलाशी में 17 भैंस (Cattle Trafficking) मिले, जिनमें दो की मौत हो चुकी थी और एक गंभीर हालत में थी। उसे तुरंत पशु औषधालय भेजा गया।
यूपी के कुरैशी गैंग का कनेक्शन
गिरफ्तार किए गए तस्कर की पहचान शाहरुख कुरैशी (25) निवासी हसनपुर दाढ़ी, उत्तरप्रदेश के रूप में हुई। वह कुरैशी गैंग का सदस्य निकला। पूछताछ में यह भी सामने आया कि मवेशियों के परिवहन से जुड़े कोई वैध दस्तावेज (Illegal Transport) उसके पास नहीं थे। पुलिस ने उसके खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम और छत्तीसगढ़ कृषिक पशु परिरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया।
फरार आरोपियों की तलाश
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इस गैंग में रायपुर का शाहरुख कुरैशी, कलीम कुरैशी और यूपी के बिट्टू उर्फ इरफान कुरैशी व अमन आलम शामिल हैं। ये सभी लंबे समय से अवैध मवेशी तस्करी (Animal Cruelty) के धंधे से जुड़े हुए हैं। फिलहाल ड्राइवर और तीन आरोपी फरार हैं। पुलिस ने उनकी तलाश में टीमें गठित कर दी हैं।
पुलिस की एंड टू एंड कार्रवाई
कोटा एसडीओपी नूपुर उपाध्याय ने कहा कि पुलिस इस मामले में एंड टू एंड कार्रवाई करेगी और सीधे गिरोह के सरगना तक पहुंचेगी। पकड़े गए आरोपी ने स्वीकार किया कि सभी भैंसों को यूपी के बूचड़खाने ले जाया जा रहा था। पुलिस अब गैंग के नेटवर्क को तोड़ने और अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी पर फोकस कर रही है। इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि प्रदेश में मवेशी तस्करी संगठित ढंग से की जा रही है और इसमें कई राज्यों के गिरोह शामिल हैं। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।