BJP Jail Bharo Andolan : विष्णुदेव साय ने जशपुर में दी गिरफ्तारी, कहा – अलोकतांत्रिक सरकार काला कानून वापस नहीं लेना चाहती
रायपुर,नवप्रदेश। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने इस आंदोलन में अपने गृह जिले जशपुर में आंदोलन (BJP Jail Bharo Andolan) का नेतृत्व किया और हजारों कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तारी दिया लेकिन यह अलोकतांत्रिक सरकार काला कानून वापस नहीं लेना चाहती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपने विरोध को सहन नहीं कर पा रही है। जबकि जनता व कर्मचारियों से किए गए वादे को पूरा न कर पाने के कारण हर जगह राज्य सरकार का विरोध आंदोलन (BJP Jail Bharo Andolan) का शक्ल ले रहा है। सरकार आपातकाल की तर्ज पर प्रदेश में मिनी आपातकाल लागू किए हुए है। जिसका पूरी ताकत से भाजपा विरोध करती है।
इस वजह से विरोध : पिछले दिनों गृह विभाग की तरफ से एक आदेश भी जारी किया गया। इसमें तमाम धरना, निजी, सार्वजनिक कार्यक्रम, धार्मिक, राजनीतिक कार्यक्रमों, जुलूस, रैली, भूख हड़ताल जैसे कार्यक्रमों को लेकर एक गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें प्रदेश के सभी कलेक्टर और एसपी को निर्देशित किया गया।
यह कहा गया है कि सभी सार्वजनिक आंदोलन, धरना प्रदर्शन, राजनीतिक कार्यक्रम वगैरह अब जिला प्रशासन से बिना अनुमति के आयोजित नहीं किए जा सकेंगे। सरकार के इसी फैसले का विरोध भाजपा कर रही है।
आंदोलन से बिगड़ी राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था : भाजपा के जेल भरो आंदोलन (BJP Jail Bharo Andolan) की वजह से सड़कों पर एक ही पटरी पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया। यातायात पुलिस को अतिरिक्त बल लगाकर उसे भी क्लियर कराने में मशक्कत करनी पड़ी।
बिना बाधा धरना-प्रदर्शन के अधिकार की मांग को लेकर भाजपा सोमवार को सड़कों पर उतरी। राजधानी के कई हिस्सों से विरोध मार्च निकाला गया। इससे राजधानी का ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई।
शहर की मुख्य सड़क जीई रोड पर आजाद चौक से तेलीबांधा चौक तक जगह-जगह मार्च और बैरीकेडिंग की वजह से रास्ता रोका गया। एक ही पटरी पर आने-जाने वाली गाडिय़ां लगभग रेंगती रहीं।
रमन सिंह ने दी गिरफ्तारी, प्रशासन ने की रिहाई
राजनांदगांव में पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। इस दौरान 5000 कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। थोड़ी देर बाद प्रशासन ने रिहा कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि राजनांदगांव की संस्कारधानी में विभिन्न त्योहार आयोजित किए जाते हैं, जिसके लिए शोभायात्रा के रूप में जुलूस निकाले जाते हैं,
जिसमें गणेश चतुर्थी हनुमान जयंती, महावीर जयंती, प्रकाश पर्व, ईद, अंबेडकर जयंती, बुद्ध जयंती एवं विभिन्न प्रकार के आयोजनों में प्रशासन की 19 बिंदुओं की सहमति पत्र भरना एवं उस प्रारूप के अंतर्गत आयोजकों की जवाबदारी होना असंभव प्रतीत होता है,
ऐसा लगता है की भूपेश सरकार ने अपने कार्यकाल से परेशान जनता के हाव-भाव को समझ चुकी है, इसलिए आज लगभग 4 वर्षों में जो घोषणा पत्र में भूपेश सरकार ने वायदे किए थे, उसमें सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है।
जिला भाजपाध्यक्ष हुए बेहोश : रायगढ़ शहर में पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी व सांसद गोमती साय के नेतृत्व में भाजपाईयों ने प्रदर्शन किया गया। भाजपा जिला कार्यालय से रैली निकाली गई।
सैकड़ों की संख्या में भाजपाई कलेक्टोरेट पहुंचे। कॉलेक्टोरेट पहुंचते ही भीड़ बेकाबू होने लगी। किसी ने एक पुलिसवाले की टोपी भी उछाल दी तो कुछ लड़के पुलिस का डंडा पकड़ कर कूदते दिखाई दिए। हालांकि इस झूम झटकी के बीच भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल को चक्कर आ गया और वे गिर गए। इसके बाद भाजपा के दो नेत्रियां भी गिर गई।
उनका कहना था कि पुलिस का डंडा उनके नाक में लग गया जिससे वे गिर गई। हालांकि इस दौरान पुलिस संयत दिखी। इस पूरे रैली में 359 लोगों की गिरफ्तारी की गई।
पुलिसकर्मी को जड़ा तमाचा, हुई झूमाझटकी : बिलासपुर में भाजपा नेताओं ने सरकार के धरना-आंदोलन की अनुमति लेने जारी आदेश के खिलाफ रैली निकालकर प्रदर्शन कर किया।
नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता आगे बढ़े तब उन्हें कलेक्टाोरेट से पहले ही रोक दिया गया। इस दौरान भाजपाई और पुलिसकर्मियों के बीच धक्कामुक्की शुरू हो गई। एक कार्यकर्ता ने पुलिसकर्मी को तमाचा जड़ दिया, जिससे पुलिसकर्मी भी भड़क गए।
विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। इससे पहले नेहरु चौक में आयोजित सभा में विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला,
उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ प्रदेश की जनता का आक्रोश भड़क रहा है। जिस तरह से सरकार ने उन्हें धोखा दिया है। उसी तरह आने वाले विधानसभा में जनता भी उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार है।