विधायक रिकेश की बड़ी पहल, 10 करोड़ से संवरेगा रामनगर मुक्तिधाम
नवप्रदेश संवाददाता
भिलाई। मुक्तिधाम के नाम पर यूं तो हर कोई सहम जाता है, हर किसी की इच्छा होती है कि उसका जल्दी मुक्तिधाम से वास्ता न पड़े लेकिन मृत्यु भी जन्म की तरह ही एक आवश्यक और यथार्थ सत्य है। सनातन धर्म में जन्म जन्मांतर के चक्र से मुक्ति पाकर प्रभु के चरण में शरण पाने के लिए जीवन मे 16 संस्कारों का पालन करना होता है। इनमें से 16वां संस्कार अंतिम संस्कार कहा जाता है, जो कि मरणोपरांत किया जाता है और इसके लिए ही मुक्तिधाम बनाए जाते हैं। आमतौर पर मुक्तिधाम का माहौल ही शोक वाला और उदासी भरा रहता है। यही सब कारण है लोग मुक्तिधामों में मजबूरी में ही जाते है। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने बताया कि 10 करोड़ की लागत से रामनगर मुक्तिधाम को कुछ इस तरह वेल डेवलप्ड करने की पहल शुरू की है जो मुक्तिधाम की सारी धारणा अवधारणा और सोच को न सिर्फ बदल देगा बल्कि सबकुछ प्रोजेक्ट के मुताबिक सकारात्मक रहा तो बहुत जल्द रामनगर मुक्तिधाम का यह विशेष स्वरूप भी पहचान में शुमार होगा। श्री सेन के प्रयास से लगभग एक वर्ष के भीतर मुक्तिधाम छत्तीसगढ़ ही नहीं देश में भी अपनी विशेष पहचान हासिल करेगा। उन्होने कहा कि मुक्तिधाम पर्यावरण को ध्यान में रखकर प्रदूषण मुक्त वेल डेवलप्ड बनाया जाएगा। यहां गार्डन, वातानुकूलित बड़े हाल, पेड़ पौधे, भगवान की प्रतिमाएं, फव्वारा, प्रार्थना कक्ष, वातानुकूलित शोक सभा हाल, बड़े कक्ष, साउंड सिस्टम से लैस एलईडी स्क्रीन के साथ को विशेष आध्यात्मिक स्वरूप में संजोया जाएगा।