Bhupesh Baghel Vs Vijay Baghel : मंत्री भगत बोले सांड के सामने बछड़ा, बैज की नजर में बकरा, बीजेपी बोली…
0 अरुण साव ने कहा भूपेश बघेल को भी राहुल की तरह अमेठी से हार के बाद वायनाड जैसी सेफ सीट खोज लेना चाहिए
रायपुर/नवप्रदेश। Bhupesh Baghel Vs Vijay Baghel : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 की तारीख से पहले 21 प्रत्यशी के नाम की घोषणा के बाद सियासी माहौल गरमा गया है। बीजेपी के इस चौंकाने वाले दांव से कांग्रेस भी असेसमेंट में जुटी है। खासकर CM भूपेश बघेल के खिलाफ बीजेपी के सांसद विजय बघेल को खड़ा करने का एलान किया गया है।
CM भूपेश और सांसद विजय बघेल रिश्ते में ‘कका-भतीजा’ हैं। बता दें पूर्व में विजय बघेल ने CM भूपेश को एक दफा चुनावी शिकस्त भी दिए हैं। ऐसे में पाटन विधानसभा में CM के सामने बीजेपी संगठन ने विजय बघेल को टिकिट देकर साफ कर दिया है कि कांग्रेसी दिग्गजों को घेरने के लिए अच्छी-खासी स्टडी की गई है।
इधर विजय बघेल को पाटन से टिकिट का एलान होने के बाद से ही कांग्रेसी दिग्गज नेता कभी बकरा तो कभी बछड़ा बता रहे हैं। मंत्री अमरजीत भगत ने कहा है कि भूपेश बघेल सांड है और बीजेपी ने सांड के सामने बछड़ा छोड़ दिया है। बीजेपी की लिस्ट और पाटन विधानसभा से बनाये गए कैंडिडेट्स पर भी मंत्री भगत ने तंज कैसा है।
वही पाटन सीट से विजय बघेल को चुनावी मैदान में उतारे जाने पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सांसद दीपक बैज ने चुटकी लेते हुए बीजेपी सांसद और पार्टी से पाटन विधानसभा प्रत्याशी विजय बघेल को बलि का बकरा बताया है। कांग्रेस के दो नेता एक प्रत्याशी को बछड़ा तो बकरा कह चुके हैं।
छत्तीसगढ़ में इस बार चुनाव में बघेल बनाम बघेल की चर्चा थी ही। भाजपा ने पाटन से विजय बघेल को टिकट देकर इस पर मुहर लगा दी। दिल्ली की बैठक के बाद प्रत्याशियों की लिस्ट आई तो सबसे अधिक चर्चा पाटन सीट की रही। पाटन- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस से विधायक हैं। इन्होंने बीजेपी के मोतीलाल साहू को हराया था। इस बार पाटन से सांसद विजय बघेल को बीजेपी ने मैदान में उतारा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कह रहे हैं कि हम पाटन जीतेंगे। छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री अमरजीत भगत इसे सांड और बछड़े का युद्ध बता रहे हैं।
साव बोले पाटन से पलायन करना अच्छा
दिल्ली से लौटकर भारतीय जनता पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण साव ने कहा- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी इस बार पाटन से पलायन करना पड़ सकता है।
जैसे उनके नेता राहुल गांधी अमेठी में सुनिश्चित हार को देखते हुए केरल के वायनाड पलायन कर गए, भूपेश बघेल भी पाटन में अपनी तयशुदा हार को देखते हुए पाटन के साथ किसी और सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं।