Bhajan in Kashmir’s School : रघुपति राघव राजा राम पर कोहराम
Bhajan in Kashmir’s School : जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ति ने कश्मीर के सरकारी स्कूल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा गाए जाने वाले भजन- रघुपति राघव राजा राम ईश्वर अल्लाह तेरा नाम को लेकर कोहराम मचा दिया है। महबूबा मुफ्ति ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है और आरोप लगाया है कि भाजपा हिन्दुत्व के एजेंडे पर काम कर रही है। उन्होने कहा है कि वे राष्ट्रपिता माहत्मा गांधी की इज्जत करती है लेकिन दुसरे मजहब के भजन को सरकारी स्कूलों में गाने का विरोध करती है। महबूबा मुफ्ति का कहना है कि यह भजन स्कूलों में गवाना गलत है।
गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ति इसके पहले भी लगातार विवादास्पद बयान (Bhajan in Kashmir’s School) बाजी करती रही है। जब से कश्मीर से ३७० और ३४ ए को खत्म किया गया है तभी से वे इस तरह के आपत्तिजनक बयान देती आ रही है। जब ३७०ए को खत्म करने की घोषणा की गई थी तब उन्होने धमकी दी थी कि ऐसा हुआ तो कश्मीर में तिरंगा उठाने वाला कोई नहीं मिलेगा और कश्मीर घाटी में खून की नदिया बह जाएंगी। हालांकि ३७० हटने के बाद ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। इसी तरह उन्होने घर-घर तिरंगा अभियान का भी विरोध किया था।
जब केन्द्र सरकार ने ट्रिपल तलाक पर कानून बनाया तो महबूबा मुफ्ति ने इसे मुस्लिमों को सजा देने वाला कानून बताया था। नागरिता कानून पर भी उन्होने विवादास्पद बयान दिया था कि यदि यह कानून बनता है तो भारत में मुस्लिमों के लिए जगह नहीं रहेगी। दरअसल ३७० खत्म होने से महबूबा मुफ्ति की राजनीतिक दुकानदारी बंद होने का खतरा पैदा हो गया है इसीलिए वे इस तरह के विवादास्पद बयान देती है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रीय भजन रघुपति राघव राजा राम में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। यह तो हिन्दुओं और मुस्लिमों में एकता स्थापित करने वाला लोकप्रीय भजन है लेकिन इसपर भी महबूबा मुफ्ति को आपत्ति है। जाहिर है महबूूबा मुफ्ति हर अच्छे काम का विरोध करके कश्मीर में अपना अस्तित्व बनाए रखने की कोशिश कर रही है।
पाकिस्तान की भाषा बोलने (Bhajan in Kashmir’s School) वाली महबूबा मुफ्ति जम्मू कश्मीर समस्या के समाधान के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत की पैरोकारी भी जब तब करती रही है। समझ में नहीं आता कि इस तरह की भड़काऊ बयानबाजी करने वाली महबूबा मुफ्ति के खिलाफ केन्द्र सरकार कड़ी कार्यवाही आखिर क्यों नहीं करती। जब तक उनके खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाएगी वह इस तरह की आपत्तिजनक बयानबाजी कर कश्मीर में माहौल को बिगाडऩे का काम करती ही रहेंगी