बलौदाबाजार जांच रिपोर्ट : हिंसक प्रदर्शन से अब तक 12 करोड़ का नुकसान
-जिले में नए कलेक्टर और एसपी की नियुक्ति के बाद आई घटना की रिपोर्ट में 240 गाडिय़ां तोड़ीं गईं, वहीं 31 सरकारी-निजी कारें जल गईं
बलौदाबाजार/नवप्रदेश। Balodabazar investigation report: जिला मुख्यालय में दो हफ्ते पहले उग्र भीड़ ने जितनी गाडिय़ों को नुकसान पहुंचाया, उनका आंकलन पूरा हो गया है। कलेक्टर दीपक सोनी और एसपी विजय अग्रवाल के मुताबिक कुल 240 गाडिय़ों को भीड़ ने नुकसान पहुंचाया। इनमें 31 सरकारी और निजी कारें तथा एसयूवी जलकर राख हो गई हैं। 60 बाइक-स्कूटर भी पूरी तरह आग के हवाले कर दिए गए। 27 कारें और 122 टूव्हीलर्स को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
रिपोर्ट (Balodabazar investigation report) में बताया गया है कि जितनी गाडिय़ां पूरी तरह जलीं या तोड़ी गईं, उनमें से फिलहाल केवल 30 का ही बीमा केस बना है। इनमें से 8 को बीमा राशि दे दी गई, बाकी केस प्रक्रिया में हैं। ज्यादातर गाडिय़ों का इंश्योरेंस समाप्त हो चुका है। प्रशासन उनका मूल्यांकन करवा रहा है, ताकि कुछ क्षतिपूर्ति करवाई जा सके।
गाडिय़ां और कलेक्टर परिसर में जलाए गए भवनों को मिलाकर अब तक 12 करोड़ रुपए के नुकसान का आंकलन हो चुका है। यह अभी बढ़ेगा क्योंकि बड़े पैमाने पर बिजली तथा इंटरनेट लाइनें, उपकरण और फर्नीचर राख हो चुके हैं। बिजली तथा इंटरनेट लाइनें बनवाकर ये सेवाएं भी रीस्टोर करवाने में फंड लग रहा है। इसके अलावा, पूरे परिसर में नए सिरे से कैमरे भी लगवाए जा रहे हैं।
हिंसक प्रदर्शन में शामिल 138 की गिरफ्तारी
एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि बलौदाबाजार (Balodabazar investigation report) में हिंसक आंदोलन के मामले में पुलिस ने अब तक 10 हजार से ज्यादा फूटेज और सोशल मीडिया पोस्ट खंगाली हैं। इनसे मिली जानकारी तथा इंटेजिलेंस इनपुट के आधार पर 138 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सोशल मीडिया की मानीटरिंग के लिए साइबर विशेषज्ञों की टीम बनाई गई है, जो चौबीसों घंटे हर पोस्ट पर नजर रख रही है।
मीडिया अकाउंट भी ब्लाक
आपत्तिजनक पोस्ट के सोर्स तक जाकर दर्जनों सोशल मीडिया अकाउंट ब्लाक किए जा चुके हैं। ऐसी पोस्ट करनेवालों पर प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई की जा रही है। घटना के सभी पहलुओं को समझने के लिए अलग हमला संबंधित सभी लोगों से बात कर रहा है, ताकि शांति बहाली की जा सके। एसपी अग्रवाल ने बताया कि शहर में शांति स्थापित कर ली गई है। धारा 144 केवल कलेक्टोरेट परिसर से 100 मीटर के दायरे में ही है, बाकी जगह से हटा ली गई है।