समर कैम्प शुरू नहीं करने पर प्राचार्य को नोटिस, कलेक्टर ने रोजगार मूलक कार्यों का किया निरीक्षण

समर कैम्प शुरू नहीं करने पर प्राचार्य को नोटिस, कलेक्टर ने रोजगार मूलक कार्यों का किया निरीक्षण

नवप्रदेश संवाददाता
बलौदाबाजार। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज पलारी जनपद के ग्राम वटगन, ओड़ान और बोईरडीह का दौरा कर मनरेगा के तहत संचालित तालाब गहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया। वटगन में बांधा तालाब, ओड़ान में बंधवा तालाब और बोईरडीह में बंजर तालाब गहरीकरण में सैकड़ों मजदूरों को प्रतिदिन रोजगार मिला हुआ है। गौरतलब है कि जिले में मनरेगा के अंतर्गत 1 हजार 757 कामों से लगभग 90 हजार मजदूरों को हर रोज श्रम मूलक काम मिल रहा है। उन्होंने ओड़ान स्कूल में समर कैम्प शुरू नहीं किए जाने पर प्राचार्य को शो कॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने अमेठी एनीकट के मरम्मत कार्य का भी गहन अवलोकन किया। डीएमएफ के अंतर्गत करीब 50 लाख रुपए इस एनीकट की मरम्मत के लिए स्वीकृत हुआ है। जिला पंचायत के सीईओ श्री एस.जयवर्धन भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कलेक्टर ने पलारी के ग्राम वटगन से दौरे की शुरूआत की। उन्होंने 8 लाख रूपए से स्वीकृत बांधा तालाब के गहरीकरण कार्य का जायजा लिया। करीब 40 मजदूर सवेरे 7 बजे काम के दौरान उपस्थित थे। रोजगार सहायक के इस दौरान गैर हाजिर होने पर गहरी नाराजगी जाहिर की और उन्हें शो कॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मेट पंजी का अवलोकन कर स्वयं मजदूरों की हाजिरी ली। दो दिन काम शुरू हुए हैं। इसके बाद ओड़ान में बंधवा तालाब गहरीकरण कार्य का अवलोकन किया। गहरीकरण के बाद मेड़ की फिनिशिंग का कार्य चल रहा था। कलेक्टर ने तालाब की मेड़ पर पहुंचकर काम में लगे मजदूरों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना। पिछले चार दिनों से यहां काम चल रहा है। ओड़ान में पक्का गोठान निर्माण का काम भी स्वीकृत हुआ है। गांव में करीब एक हजार गायें है। कलेक्टर ने कहा कि एक दफा बुनियादी सुविधाओं का निर्माण करना सरकार का काम है। लेकिन इसका संचालन और संधारण ग्रामीणों और किसानों को आपसी सहयोग से करना है। जिला पंचायत सीईओ श्री एस.जयवर्धन ने मनरेगा की सोशल ऑडिट योजना से ग्रामीणों और मजदूरों को अवगत कराया।
अमेठी एनीकट से पलारी को मिलेगा पानी
कलेक्टर ने महानदी पर अमेठी में निर्मित एनीकट के मरम्मत कार्य का भी निरीक्षण किया। करीब एक दशक पहले बने इस एनीकट में लीकेज की समस्या है। इसे सुधारने डीएमएफ फण्ड से करीब 50 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। 50 फीसदी मरम्मत के काम पूर्ण हुए हैं। युवा बेरोजगार इंजीनियरों के पांच लोगों के समूह को इन्हें ठेके पर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पलारी शहर में पेयजल की आपूर्ति इसी एनीकट से की जाएगी। कलेक्टर श्री गोयल नदी में उतरकर बड़ी बारीकी से मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। कम गुणवत्ता के लिए ठेकेदारों को फटकार लगाई और इसी स्थल पर कैम्प करके गुणवत्ता के साथ काम पूर्ण करने के निर्देश दिए।

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