हकीकत : बालोद में 'गब्बर' ने लूट लिया कई गांव के लोगों को; न पुलिस पकड़ पाई, न जय-वीरू...

हकीकत : बालोद में ‘गब्बर’ ने लूट लिया कई गांव के लोगों को; न पुलिस पकड़ पाई, न जय-वीरू…

balod job fraud, fraud in the name of job in balod, cheating with unemployed youths of balod, navpradesh,

balod job fraud

Balod Job Fraud : थके हारे ग्रामीणों ने अब थाने में शिकायत की है


बालोद/नवप्रदेश। Balod Job Fraud : शोले का गब्बर बालोद में आया। ये गब्बर कई गांवों को लूटकर चला भी गया, बस इसके पास बंदूक नहीं थी। शोले के गब्बर की तरह इस गब्बर की भी पुलिस को तलाश है, लेकिन वह अभी फरार है। समय रहते पीड़िताें में भी जय- वीरू जैसी कोई हिम्मत नहीं जुटा पाया।

उसे मारने के लिए नहीं बल्कि सलाखों के पीछे भेजने। ये कहानी सुनकर चौंकिएगा नहीं। ये हकीकत है- बालोद जिले में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दल्ली राजहरा के एक शख्स सतीश उपाध्याय ने डौंडीलोहारा व बालोद (Balod Job Fraud) इलाके के कई गांवों के 52 बेरोजगारों से 26 लाख 98 हजार 500 रुपए की धोखाधड़ी की है। बेराजगारों को ठगने आरोपी बकायदा खुद की पहुंच राज्यपाल तक बताता था।

कलेक्टर एसपी से अच्छी सेटिंग की बात कर अलग अलग विभाग में नौकरी के नाम पर उसने पढ़े लिखे बेरोजगारों व उनके अभिभावकों से पैसे लिए। फिर घर में ताला लगाकर फरार हो गया। थके हारे ग्रामीणों ने अब थाने में शिकायत की है।

सबसे पहले टार्गेट बने बिश्राम सिंह :

सबसे पहले आरोपी ने बालोद (balod job fraud) जिले डौंडीलोहारा ब्लॉक के ग्राम कोटेरा के बिश्राम सिंह निषाद को टार्गेट बनाया, जिसके घर उसका 20 साल से आना जाना था। पुलिस ने बिश्राम की शिकायत पर ही आरोपी सतीश उपाध्याय के खिलाफ धारा 420 का केस दर्ज किया है। वैद्यराज निषाद ने बताया सतीश उपाध्याय ने जुलाई 2020 तक लगातार ग्राम कोटेरा आना-जाना किया। उसके बाद मोबाइल से बातचीत होती रही तब वह ज्वाइनिंग के लिए समय देता रहा। सभी लोगों को 15 अगस्त 2020 तक सरकारी नौकरी लगाने का वादा करता रहा। 15 अगस्त 2020 के बाद उससे संपर्क करने पर मोबाइल बंद कर दिया है।

खाते में भी जमा कराया पैसा

ग्राम संजारी निवासी भूषण बासुरिया ने अपनी पुत्री निरूपा तथा ग्राम बिजौरा निवासी किशन के नाम से सतीश उपाध्याय द्वारा दिये गये पंजाब नेशनल बैंक शाखा दल्लीराजहरा के खाता नंबर 1521000100985813 आईएफसी कोड पीयूएनबीओ 122100 में 25,000/- रूपये व 26,100/- रूपये जमा किया है। इस तरह सतीश उपाध्याय 52 बेराजगारों को सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर कुल 26,98,500/- रुपये ले गया और कुछ समय तक लगातार फोन में बात करता रहा है।

ऐसे ऐसे लोगों के लिए नाम कि हो गया विश्वास : विश्राम सिंह

आवेदक विश्राम सिंह ने बताया कि मार्च 2019 में सतीश उपाध्याय मेरे घर ग्राम कोटेरा में आया। उसने मुझे बताया कि पीडब्ल्यूडी व पीएचई तथा वन विभाग में पद रिक्त है। चार-पांच लड़के लड़कियों को नौकरी मिलेगी। मैंने उसे इनकार किया। तब उसने मुझे अपने बातों में फंसाकर एसपी, कलेक्टर तथा राज्यपाल से जान पहचान हैं कहकर मुझे फंसा लिया।

सरकारी नौकरी लग जाएगी। प्रत्येक नौकरी के लिए 50,000 रुपया लगेगा कहने पर मैंने उसकी बातों में विश्वास कर लिया और मार्च 2019 में अपनी लड़की कु धनेश्वरी, लड़का इन्द्रेश कुमार, मेरा नाती प्रेमलाल तथा पड़ोसी इन्द्रपाल कोरटिया, अखिलेश्वरी कोरटिया को पीएचई व वन विभाग में नौकरी लगाने के लिए प्रत्येक लोगों के नाम पर 40,300/- रूपये मांग कर कुल 2,01,500 रूपये ले गया था तथा साथ में स्कूल सर्टिर्फिकेट, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आधारकार्ड, बैंक पासबुक, दो-दो पासपोर्ट साईज का फोटो भी ले कर गया था।


ऐसा बिछाया अन्य लोगों तक जाल

उसके कुछ दिन बाद फिर आया और बोला कि पाचों लोगों का सरकारी नौकरी लगना तय हो गया है। मुझे कम से कम 15 लड़के लड़कियां और चाहिए। फिर सभी लोगो का एक साथ नियुक्ति पत्र आयेगा। जिसकेे बाद कोटेरा, सोरली व कोबा तथा संबलपुर निवासी वाल्मिकी कोरटिया, एन कुमार निषाद, हेमराज कोरटिया, शिवेश्वर निषाद, लोमेश कुमार कोरटिया, टोमन लाल भुआर्य, टुकेश्वर लाल, मानसिंह, राकेश, ग्राम खेरथा निवासी, कमलेश, उदय, शैलेन्द्र ग्राम कोबा निवासी, केजुराम, केदार राम, विकास पटेल सभी लोगों के पालकों ने प्रत्येक के लिए 40,300 के हिसाब से 6,04,500 रुपये सतीश को लाकर दिये।

इन्हें भी लगाया चूना

उसके बाद सतीश फिर आकर बोला कि राज्यपाल आनंदीबेन, अनुसुइया उइके के कोटा में 60 पद रिक्त हैं। जिसके बाद वह गोमतीबाई, महिमा कुमारी, प्रेमूराम, बिरेन्द्र, हुलेश, दिलीप, वेदप्रकाश, तुकेश्वर के नाम से 40,300/- के हिसाब से रूपये कुल 3,22,400 रूपये लेगया। वहीं कल्पना के नाम से 50,000/-, हितेश्वरी-40,300/- , निरूपा-1,20,000/-, गीता-1,00000/-, लताकुमारी- 1,00000/-, हिमलेश-1,00000/-, रमन- 40,000/-, कमलेश- 50,000/, धनश्याम- 44,000/-, लोकेश एवं देवेन्द्र- 50,000-50,000/-, देवेन्द्र ठाकुर-1,00000/-, सुरजीत-40,000/-, इन्द्रपाल- 50,000/-, ताकेश्वर-50,000/-, राहुल-75,000/-, पुरूषोत्तम – 1,00000/-, धनीराम-50,000/-, बेदराम-1,00000/-,भगतराम- 50,000/-, विमल-35,000/-, कुलदीप-40,000/-, नेमन- 35,000/- और किशन कुमार के नाम से 50,000/- मिलाकर 15,19,000 रुपये लेकर फरार हो गया।

आरोपी फरार हैं। तलाश चल रही है। वह घर में ताला लगाकर है फरार है।
-मनीष शर्मा, टीआई

JOIN OUR WHATS APP GROUP

डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *