Balco पर पानी के बिल का 252 करोड़ रुपए बकाया, इस विवाद से हुआ कर्ज
कंपनी पर हजारों करोड़ के बिजली बिल का बकाया होने का मामला पहले ही आ चुका सामने
ईश्वर चंद्रा/कोरबा। बालको (balco) के निजीकरण के बाद कंपनी पर विभिन्न मदों में बकाया (due of water bill)राशि लगातार बढ़ती ही जा रही है।
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बालको (balco) पर पहले हजारों करोड़ के बिजली बिल बकाया होने का मामला सामने आने के बाद अब उस पर सैकड़ों करोड़ का पानी का बिल बकाया (due of water bill) होने की बात सामने आई है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार बालको के दो विद्युत संयंत्रों पर जलसंसाधन विभाग का पानी का करीब 252करोड़ रुपए बकाया (due of water bill) है। बालको के साथ-साथ जिले के अन्य एक दर्जन संयंत्र भी ऐसे हैं, जिनसे विभाग को पानी बिल का करीब 1200 करोड़ रुपए का बकाया वसूल करना है।
खास बात यह भी है कि बालको समेत अन्य बकायादार बढ़ी हुई राशि के लिए जलसंसाधन विभाग द्वारा जलापूृर्ति के लिए लगाए गए मीटर को दोष देते हैं।
ये उपक्रम राशि नहीं चुकाने के लिए मीटर के जरिए अनाप शनाप बिल आने का बहाना बनाते हैं। इसको लेकर बालको प्रबंधन के साथ ही राज्य विद्युत कंपनी का जलसंसाधन विभाग के साथ काफी दिनों से विवाद भी चल रहा है।
इसलिए बनी है विवाद की स्थिति
बांगो बांध का पानी नहर के माध्यम से बालको के पॉवर प्लांट समेत अन्य संयंत्रों तक पहुंचता है। इसकी आपूर्ति जल संसाधन विभाग द्वारा की जाती है। पहले संयंत्रों की आवश्यकता व खपत के अनुरूप जल कर निर्धारित रहता था। अब जलापूर्ति के लिए फ्लो मीटर लगाया गया है। मीटर के जरिए जितना पानी हसदेव नदी या नहर के माध्यम से संयंत्र को सप्लाई किया जाता है उसके अनुरूप बिल संबंधित उपक्रम को दिया जाता है।
जल संसाधन विभाग की दलील
जल संसाधन विभाग का कहना है कि जितना पानी मीटर के माध्यम से संयंत्रों तक पहुंचता है, मीटर रीडिंग के आधार पर उन्हें बिल प्रदान किया जाता है। बालको संयंत्र में तीन साल पहले ही फ्लो मीटर लगाया गया है। इसके पहले मीटर नहीं होने पर जितना पानी नहर में छोड़ते थे, उतना बिल भेजते थे। इससे गैरजरूरी पानी का बिल भी थमा दिया जाता था। जबकि अब ऐसा नहीं है। इस्तेमाल किए गए पानी का बिल ही दिया जाता है। लेकिन बालको समेत बकायादार उपक्रमों को ये तर्क रास नहीं आ रहा। जानकार बताते हैं कि मीटर का बहानाबनाकर वे राशि अदा करने में आनाकानी कर रहे हैं।
छह साल से नहीं चुकाई राशि
पिछले 6 साल से चल रहे मीटर विवाद के कारण प्रबंधन ने संयंत्र को मिलने वाले पानी के एवज में जल कर राशि अदा नहीं की है। अकेले बालको के दो पॉवर प्लांट पर पानी बिल का बकाया (due of water bill) 252 करोड़ तक जा पहुंचा है। लेकिन बालको प्रबंधन द्वारा इसे चुकाने में आनाकानी की जा रही है।
रायपुर तक पहुंंचा मामला
जल संसाधन विभाग को बालको संयंत्र से करीब दो अरब 51 करोड़ 73 लाख रुपये लेना है। इसको लेकर अब विभागों के बीच ठन गई है। स्थानीय स्तर के बाद मसला रायपुर मुख्यालय स्तर पर आ पहुंचा है, लेकिन समस्या का समाधान अब तक नहीं हो सका है।
जलकर की राशि को लेकर बालको प्रबंधन को लगातार पत्राचार किया जा रहा है। लेकिन अब तक जलकर की राशि जमा नहीं कराई गई है। जलकर की राशि पिछले 5-६ वर्षों से लंबित होने के कारण लगातार बढ़ रही है।
-प्रदीप वासनिक, कार्यपालन अभियंता, जलसंसाधन विभाग