Baikuthpur News : लिपिक निलंबित, तत्कालीन सीएमएचओ के विरूद्ध कार्रवाई के लिए राज्य शासन को लिखा पत्र, नवप्रदेश ने प्रमुखता से उठाया था मुद्दा
बैकुंठपुर/नवप्रदेश। कोरिया जिले के पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अधिकारी द्वारा कोरोना काल व बाद में नियम को अनदेखी कर बिना जरूरत दवाओं की खरीदी और वाहन मद में मरम्मत व डीजल के नाम पर लाखों रुपए खर्च करने की शिकायत पर जांच के बाद कलेक्टर ने लिपिक को निलंबित कर दिया है तो वहीं तत्कालीन सीएमएचओ के विरूद्ध कार्रवाई के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा है।
दूसरी ओर राज्य सरकार ने चल रही जांच व जांच रिपोर्ट मिलने के बाद भी बलरामपुर जिला अस्पताल के सीएस (अस्पताल अधीक्षक) को प्रभारी बनाकर भेज दिया (Baikuthpur News) है। वहीं मामले में सरगुजा कमिश्नर ने भी मामले में नए सिरे से जांच के आदेश जारी किए है।
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्व विभाग में अनुचित वित्तीय लाभ तथा आचरण नियमों के विरूद्ध कार्य करने के फ लस्वरूप छत्तीसगढ़ सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील नियम 1966 के नियम 9 के तहत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बैकुण्ठपुर कार्यालय में सहायक ग्रेड-03 के पद पर पदस्थ राजेश कुमार सिन्हा को निलंबित किया गया (Baikuthpur News) है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इनके विरूद्ध प्राप्त शिकायतों के प्रारंभिक जांच कराने पर शिकायत सत्य पाये जाने तथा समय-समय पर निर्देशों की अवहेलना करने पर यह आदेश जारी किया गया है।
निलम्बन अवधि में इनका मुख्यालय कार्यालय सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक, जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर निर्धारित किया गया है। निलम्बन अवधि में इन्हें नियमानुसार निलंबन भत्ता की पात्रता होगी।
कागजों में खरीदी दवा : कोविड 19 के समय से बीते 3 वर्षो में कुछ निजी मेडिकल स्टोर से दवाओं की बिना डिमांड ना सिर्फ खरीदी की गई, कागजों पर दवाईयां आई और चेक कटते चले गए। दवाओं की खरीदी में दर का भी ध्यान नहीं रखा गया।
कोविड के दौरान दवाओं की खरीदी, एसी की खरीदी सहित वाहन अधिग्रहण, पुराने वाहनों को एक ही फ र्म से मरम्मत व डीजल के नाम पर लाखों रुपये आहरित करने का मामला सामने आया था।
इसे नवप्रदेश ने खबरों के माध्यम से प्रमुखता से उजगार किया। जहां पूर्व सीएमएचओ को हटा दिया था वहीं शिकायत मिलने के बाद टीम गठित कर जांच शुरू हुई, जांच टीम ने चार महीने में जांच कर 1200 पृष्ठ का प्रतिवेदन कलेक्टर को (Baikuthpur News) सौंपा। जिसके बाद कलेक्टर ने कार्रवाई की।
जांच के बाद एक-दूसरे पर लगाया आरोप : शिकायत की जांच रिपोर्ट आने के बाद कलेक्टर कोरिया ने तत्कालीन सीएमएचओ और सहायक ग्रेड को नोटिस जारी कर जांच में अनियमितताओं का सात दिनों में जवाब मांगा, जिस पर लिपिक ने तत्कालिन सीएमएचओ को जिम्मेदार बताया,
उसका कहना है कि उन्हीं के आदेश पर ये सब कुछ खरीदी हुआ, वहीं तत्कालिन सीएमएचओ ने खुद को पाक साफ बताते हुए लिपिक और नोडल अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया। दोनों के जवाब प्रस्तुत होने के बाद लिपिक को निलंबित कर दिया और तत्कालिन सीएमएचओ के खिलाफ राज्य सरकार, स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है।