पांच साल में ही प्राचीन हो चला पुरातत्व संग्रहालय, कहीं से कोई फंड नहीं मिला, सिर्फ एक कर्मचारी के भरोसे चल रहा

पांच साल में ही प्राचीन हो चला पुरातत्व संग्रहालय, कहीं से कोई फंड नहीं मिला, सिर्फ एक कर्मचारी के भरोसे चल रहा

नवप्रदेश संवाददाता
बैकुंठपुर। पांच साल पहले कोरिया जिले में खोला गया जिला पुरातत्व संग्रहालय अपनी दुर्दशा पर आँसु बहा रहा है । स्तिथि यह है कि पांच साल में इस कार्यालय को पांच पैसे का फं ड शासन प्रशासन या किसी जनप्रतिनिधि से नही मिला है। आलम यह है कि विभाग का अपना कोई एक नियमित कर्मचारी तक यहा पदस्थ नहीं है। उधारी के एक शिक्षक और एक दैनिक वेतन कर्मचारी के भरोसे जिला पुरातत्व संग्रहालय संचालित हो रहा है पर आज तक इस ओर किसी का ध्यान नही गया।

सरकार ने इस मंशा से जिला पुरातत्व कार्यालय की स्थापना की थी कि हर जिले में मौजूद पुरातत्व की चीजों को आम लोगो के देखने के लिए एक जगह संग्रहित किया जा सके ।जिस उद्देश्य को देखते हुए कोरिया जिले में भी पुराने कलेक्ट्रेट के सामने स्तिथ एक पुराने भवन में यह कार्यालय खोला गया। एक सितंबर दो हजार चौदह को बैकुण्ठपुर के विधायक भैयालाल राजवाड़े ने इस कार्यालय का उदघाटन किया था । पांच साल पहले खुले इस कार्यालय की हालत उदघाटन से लेकर आज तक जस की तस है । कमरो की दीवाल और छत कई जगह से उखड़ रही है और बारिश के मौसम में कमरो में पानी भर जाता है। इन सबके बीच जिले भर की पुरातत्व की चीजों को यहाँ लाकर संग्रहित किया गया है पर जिला पुरातत्व संग्रहालय की स्तिथि को लेकर जानकार नाराज है और इसकी हालत सुधारने की बात कह रहे है। वर्तमान में इस जिला कार्यालय में दो कर्मचारी पदस्थ है। जिनमे से एक बाल्मीकि दुबे पेशे से शिक्षक है जो सोनहत में पदस्थ है । पुरातत्व की अच्छी जानकारी के कारण जिला प्रशासन ने कार्यालय की स्थापना से इन्हें यही अटैच किया हुआ है। वही रामनाथ नामक दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी पांच साल से यहाँ कार्यरत है ।

पांच साल में एक नियमित कर्मचारी या अधिकारी नही मिला

हालांकि कलेक्टर ने डिप्टी कलेक्टर अपूर्व टोप्पो को यहाँ का प्रभारी अधिकारी बनाया है पर वे शायद ही कभी कार्यालय आते हो किन्तु यहा के कर्मचारी जरूर उनके आने की बात कहते है फिर भी यह कार्यालय अपनी दुर्दशा पर आशु बहा रहा है वही यहा संग्रहित वस्तुओं को देखकर यह नही लगता कि इन्हें लाने के पश्चात इनके महत्व को आमजनो को जानकारी देने जिला प्रशासन ने कोई विशेष पहल की होगी वही दूसरी ओर पुरातत्व विभाग की ओर से इस कार्यालय को पांच साल में एक नियमित कर्मचारी या अधिकारी नही मिला है ऐसे में कार्यालय किसी तरह संचालित हो रहा है और जिला कार्यालय चलने की कहानी कह रहा है अंदाजा लगाया जा सकता है ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि नई सरकार में इस कार्यालय का स्वरूप नया हो पायेगा या इसी तरह जिले का यह प्रमुख कार्यालय उपेक्षित रहेगा। शासन प्रशासन को ऐसे कार्यालयो की ओर भी ध्यान देना चाहिए जिससे लोग इस कार्यालय में संग्रहित सामानों को देखने आने का मन बना सके।

राशि निरस्त हो गया

इस कार्यालय को सुसज्जित करने जिला खनिज न्यास से पूर्व में राशि स्वीकृत हुआ था किंतु निर्माण विभाग के सही समय पर कार्य न करने के कारण राशि निरस्त हो गया मुझे अभी कुछ दिनों पूर्व ही प्रभार मिला है जल्द ही इसे संयोजने के लिए कार्य शुरू किया जायेगा।
अपूर्व टोप्पो, डिप्टी कलेक्टर व प्रभारी पुरात्तव विभाग कोरिया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *