Amarnath Yatra 2025 : अमरनाथ गुफा में ज्येष्ठ पूर्णिमा पर हुई विधिवत पूजा…बाबा बर्फानी की महायात्रा 3 जुलाई से…

श्रीनगर, 11 जून| Amarnath Yatra 2025 : हिमालय की गोद में बसा श्री अमरनाथ धाम आज एक बार फिर श्रद्धा और आस्था का केंद्र बन गया। 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा में आज ज्येष्ठ पूर्णिमा के पावन अवसर पर भगवान शिव के हिमलिंग की प्रथम पूजा और दर्शन विधिपूर्वक संपन्न हुए।
इस शुभ अवसर पर श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा आयोजित इस धार्मिक अनुष्ठान में वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जो श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं, उनके भी पूजा में शामिल होने की संभावना है, यदि मौसम और परिस्थितियां अनुकूल रहीं।
38 दिवसीय यात्रा का शुभारंभ 3 जुलाई से
इस वर्ष बाबा अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ 3 जुलाई को होगा और यह यात्रा रक्षाबंधन (9 अगस्त) तक चलेगी। 2 जुलाई को जम्मू से पहला जत्था रवाना होगा।
125 लंगरों से महाकाय सेवा-यज्ञ
इस पावन यात्रा के दौरान 125 लंगर केंद्रों के माध्यम से तीर्थयात्रियों की सेवा की जाएगी:
बालटाल व दोमेल: 25 लंगर
पवित्र गुफा मार्ग: शेषनाग (8), पंचतरणी (12), चंदनबाड़ी (7), नुनवन (9), पिस्सूटॉप (5), जोजीबल (5)
लखनपुर से श्रीनगर तक भी 50 से अधिक लंगर स्थापित किए जाएंगे।
श्राइन बोर्ड ने स्वस्थ और सात्विक भोजन के लिए मेनू निर्देश भी जारी किए हैं, जिनमें तेलीय खाद्य पदार्थों से परहेज का सुझाव दिया गया है।
“श्रद्धालुओं की सुरक्षा, कश्मीरियों की जिम्मेदारी” – महबूबा मुफ्ती
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पहलगाम में कहा कि इस धार्मिक यात्रा की सुरक्षा सिर्फ प्रशासन नहीं, बल्कि हर कश्मीरी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यात्रा की सफलता से कश्मीर में पर्यटन को भी बल मिलेगा और यह पूरे देश को एक सकारात्मक संदेश देगा।
अमरनाथ यात्रा: आस्था, सेवा और संकल्प की यात्रा
इस बार की अमरनाथ यात्रा न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा से भरी है, बल्कि यह सामूहिक सेवा भावना, कश्मीरी जनता की सहभागिता, और प्रशासनिक कुशलता का प्रतीक बनकर उभर रही है। हिमलिंग के प्रथम दर्शन से शुरू हुई यह यात्रा हर दिन श्रद्धालुओं के मन में शिव-भक्ति की नई ऊर्जा भरने का कार्य करेगी।