आश्वासन के बाद सहकारी समिति कर्मचारियों ने की हड़ताल खत्म, समितियों में काम काज शुरू
रायपुर/नवप्रदेश। Strike End : छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने 22 दिनों से कर रहे हड़ताल को आज समाप्त कर दिया। राज्य सरकार से मिले आश्वासन के बाद संघ ने ये निर्णय लिया है।
आज भूपेश कैबिनेट की बैठक में ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सहकारी समिति की मांग पर मंत्रिमंडल से चर्चा की और सुखत में आ रही परेशानियों को ध्यान में रखकर कर्मचारियों को राहत देने की बात कही। कैबिनेट के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे की आज शाम तक छत्तीसगढ़ सहकारी समिति के कर्मचारियों का धरना समाप्त हो सकता है।
सहकारी समितियों में काम-काज शुरू
विधि-विधायी मंत्री मोहम्मद अकबर और सहकारिता मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम के साथ आज देर शाम सहकारी समिति कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि मण्डल की बैठक हुई। जिसमे प्रतिनिधि मण्डल को संघ की मांगों (Strike End) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा उनके पक्ष में निर्णय लिए जाने की जानकारी दी गई। जिस पर संघ ने प्रसन्नता जाहिर की और तत्काल हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा भी दी। साथ ही संघ के प्रांतीय अध्यक्ष ने अपने सभी कर्मचारियों को मंगलवार से सभी सहकारी समितियों में काम-काज शुरू करने कहा है।
एकमुश्त मिलेगी क्षतिपूर्ति सहायता राशि
राज्य सरकार ने सहकारी समितियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए आज मंत्रि-परिषद की बैठक में अहम निर्णय लिया। इसके तहत धान उपार्जन वर्ष 2020-21 में कोरोना संकट के कारण सहकारी समितियों को धान उपार्जन में हुए नुकसान से बचाने के लिए तथा उन्हें आर्थिक रूप सुदृढ़ करने हेतु एकमुश्त क्षतिपूर्ति सहायता राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया। जिसमें एकमुश्त क्षतिपूर्ति सहायता राशि प्रदान करने के लिए 250 करोड़ रूपए का प्रावधान भी रखा गया है।
अन्य मांगों पर भी लिया गया संज्ञान
कर्मचारियों (Strike End) की सेवानियम से संबंधित मांगो के संबंध में पंजीयक द्वारा अपेक्स बैंक एमडी की अध्यक्षता में गठित की रिपोर्ट 20 दिसंबर तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। खाद व्यवसाय में खाद परिवहन व्यय के कारण हो रहे नुकसान को संज्ञान में लेते हुए खाद व्यवसाय में समितियों की कमीशन राशि की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर अगले खरीफ सीजन के पूर्व रिपोर्ट ली जाकर कार्यवाही की जायेगी।