Murder : मोबाइल चलाने से किया मना, नाबालिगों ने कर दी बुआ की हत्या
रायगढ़/नवप्रदेश। Murder : मोबाइल का होना लाइफ में कितना महत्वपूर्ण हो गया है कि जब बुआ ने अपनी भतीजी को मोबाइल चलाने से मना किया, तो दो नाबालिग बहनों ने बुआ की ही हत्या कर दी। घटना 3 फरवरी को देर रात रायगढ़ जिले के चक्रधरनगर थाना अंतर्गत ग्राम निरंजनपुर-सपनई की है।
घटना की सूचना मिलते ही चक्रधरनगर थाना प्रभारी अभिनव कांत सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देकर अपने स्टाफ को मौके पर भेजा। जहां मृतिका के वारिसों से घटना की जानकारी लेने के बाद दोनों आरोपितों को हिरासत में लेकर थाने लाया गया।
घटना को अंजाम देने वाले दो किशोरों में छोटी बच्ची ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताई कि इनकी बुआ तुलसी भाठ अविवाहित थी और उनलोगों के साथ ही रहती थी। बुआ के मोबाईल से दोनों बहनें पढ़ाई करती थी जिसपर बुआ आपत्ति करती थी। लड़की ने बताया कि घटना (Murder) के दिन बीती सुबह बुआ को बिना बताए मोबाईल स्कूल ले गई थी। स्कूल से वापस आने के बाद बड़ी बहन को बताई कि बुआ मोबाइल ले जाने पर झगड़ा करेगी। फिर दोनों बहनें आपस में बुआ को मारने की योजना बनाती हैं।
गहरी नींद में सो रही बुआ को टांगिया से किया बार
शाम करीब 4 बजे दोनों बहन नदी जाकर देर रात बुआ की हत्या की साजिश रची। रात करीब 9:30 बजे जब छोटी लड़की मोबाइल लेकर पढ़ाई कर रही थी तब उसकी बुआ तुलसी मोबाइल मांगी तो अभी लिख रही हूं थोड़ी देर में दूंगी ये बोलने पर तुलसी ने बहनों को डांटा और मारा भी, इसके बाद सभी सो गए। रात करीब 1:30 बजे के बीच जब तुलसी गहरी नींद में सो रही थी तब छोटी लड़की ने बुआ पर टांगिया से बार किया जिससे उसे संभालने का मौका नहीं मिला। अप्रत्याशित प्रहार से बुआ चिल्लाई तो बड़ी लड़की वहां आ गई। खौफनाक मंजर को देख बड़ी लड़की चिल्लाई तो उसे छोटी बोली कि दोनों का प्लान है क्यों चिल्ला रही हो। इतने में उसके उसके माता-पिता क्या हो गया बोले तो दोनों कुछ नहीं बताएं।
पुलिस के डॉग रूबी ने दिया अहम सुराग
सुबह पुलिस जब मौके पर पहुंची तब भी दोनों बहनें घटना से इनकार कर रही थीं। बंद घर में घर के लोगों की संलिप्तता को लेकर परिजनों से गहन पूछताछ (Murder) की जा रही थी, तभी पुलिस के डॉग रूबी ने अहम सुराग दिया।जिस पर पुलिस टीम द्वारा हिकमत अमली की दोनों बच्चियों से पूछताछ के बाद दोनों बहनों ने जुर्म कबूल कर लिया है। दोनों बाल अपचारियों को हिरासत में लेकर आज शाम किशोर न्याय बोर्ड भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के दिशा निर्देशन पर संपूर्ण कार्यवाही में सीएसपी योगेश कुमार पटेल के मार्गदर्शन में थाना चक्रधरनगर की टीम के उप निरीक्षक डी.के. बोहिदार, धान आरक्षक लोमश सिंह राजपूत, अरुणा चौरसिया, आरक्षक विक्कू सिंह, चंद्र कुमार बंजारे, संजय चौहान, श्वेत कुमार बारिक की अहम भूमिका रही है।