Jal Samadhi:अनियमित कर्मचारियों का प्रदेशव्यापी प्रदर्शन, राजधानी में जल समाधी से रोका,दीगर जिलों में ली जल समाधी
रायपुर/बलौदाबाजार/नवप्रदेश। Jal Samadhi : नियमितीकरण को लेकर छत्तीसगढ़ के अनियमित कर्मचारियों में आक्रोश है,जो रविवार को आंदोलन के रूप में फूटा। राजधानी सहित प्रदेश के सभी जिला मुख्यलयों में अनियमित कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी जगह सैकड़ों अनियमित कर्मचारियों की नाराजगी दिखाई दी।
पुलिस के साथ हुई झूमा झटकी
राजधानी रायपुर में नाराज अनियमित कर्मचारी बूढ़ातालाब धरना स्थल पर सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए। जहां पहले सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। इसके बाद रैली के रूप में ये प्रदर्शनकारी बूढ़ा तालाब की ओर जल समाधि (Jal Samadhi) के लिए बढे। इस दौरान धरना स्थल पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने कर्मचारियों को कुछ दूर चलने के बाद पुलिस द्वारा लगाए बैरिकेट्स में रोक दिया गया। इस दौरान कर्मचारियों की पुलिस के साथ जमकर झड़प भी हुई,लेकिन ये इन प्रदर्शनकारियों को जल समाधि का मौका नहीं मिला।
आगामी दिनों में करेंगे उग्र आंदोलन
कर्मचारियों ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि सरकार बनाने से पहले कांग्रेस ने अनियमित कर्मचारियों से वादा किया था कि सरकार में आते ही प्रदेश के कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा। लेकिन ढाई साल बीत जाने के बाद भी सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है,जिससे कर्मचारियों को काफी दिक्क़ते हो रही हैं। उन्होंने सरकार की वादाखिलाफी पर आक्रोश जताते हुए चेतावनी भी दिया है। अनियमित कर्मचारियों ने आगामी दिनों में सरकार द्वारा मांग पूरी नहीं करने की दशा में उग्र आंदोलन करने की बात कही।
जल समाधी लेने में कामयाब हुए ये कर्मचारी
राजधानी में अनियमित कर्मचारी जल समाधी लेने में कामयाब तो नहीं हुए लेकिन बलौदाबाजार जिला मुख्यालय मे कर्मचारियों ने जल समाधी (Jal Samadhi) लिया। इस दौरान सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे प्रदार्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ तख्ती लेकर जमकर तालाब में विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद जिला अनियमित कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा।
धरना देने के बाद जिला अनियमित कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष पप्पू वर्मा ने मीडिया कि पाँच सूत्रीय मांग काफी समय से लंबित है। पिछली सरकार की तरह वर्तमान सरकार भी वादाखिलाफी करती नजर आ रही है। उन्होंने कर्मचारियों की छंटनी पर भी रोष जताया। साथ ही ठेकेदारी प्रथा को बंद करने की चेतावनी भी दी। संघ की माने तो आज के प्रदर्शन के बाद सांकेतिक तौर पर सभी कर्मचारी कार्यालय में काली पट्टी लगाकर काम करेंगे।