CG Farmer : CM के नाम बिजली अधिकारियों को भेंट किया लालटेन
अटल ज्योति योजना…महज कुछ घंटे की बिजली
बेमेतरा/नवप्रदेश। CG Farmer : अघोषित बिजली कटौती से परेशान किसानों ने आज सीएम के नाम से बेमेतरा बिजली कंपनी के कार्यपालन यंत्री को लालटेन भेंट किया। इसके बाद किसान नेता योगेश तिवारी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसानों ने बिजली दफ्तर में प्रदर्शन किया।
महज कुछ घंटे की बिजली
किसान नेता योगेश तिवारी (CG Farmer) ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिना जानकारी दिए घंटों और कभी तो कई-कई दिनों तक बिजली की कटौती कर रहे है, जिससे ग्रामीण व किसान परेशान हैं। एक ओर जहां ग्रामीणों का दैनिक दिनचर्या प्रभावित हो रहा है वही कसानों को कृषि कार्य में भी अनेक बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। अटल ज्योति योजना में महज कुछ घंटे ही किसानों को बिजली मिल रही है। इतने कम बिजली कृषि कार्य के लिए नाकाफी साबित हो रही है।
लापरवाही से लालटेन युग की ओर
किसान नेता ने कहा कि, विभाग के अधिकारियों को बार-बार आग्रह किए जाने के बावजूद समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा हैं। फाल्ट ढूंढऩे के नाम पर गांव में कई दिनों तक बिजली (CG Farmer) आपूर्ति ठप्प कर दी जाती है। इसलिए आज मुख्यमंत्री, विधायक व बिजली कंपनी के उच्च अधिकारी के नाम पर बेमेतरा बिजली अधिकारी को लालटेन भेंट कर समस्या के निराकरण की मांग की गई है। एक ओर जहां सरकार-प्रशासन ग्रामीणों को पर्याप्त मात्रा में खाद, बीज, बिजली देने की बात कर रहा है, वहीं दूसरी ओर इन सब के अभाव में किसान इन दिनों संघर्ष कर रहे हैं।
इनकी यह लापरवाही से ग्रामीण लालटेन युग की ओर लौट रहे हैं। गांवों में कई दिनों तक बिजली आपूर्ति ठप्प रहने के कारण ग्रामीणों को फिर से लालटेन जलाकर सभी काम करने पड़ रहे है। किसान नेता ने कहा, छत्तीसगढ़ में सरप्लस बिजली होने के बावजूद ऐसी स्थिति दुखद है।
हाफ बिजली बिल का वादा…सिर्फ कागजी
किसान नेता ने बताया कि ने बताया कि कांग्रेस सरकार की घोषणा अनुसार बिजली बिल हाफ की बात की गई थी। बिजली बिल हाफ का वादा पूरा करना तो दूर, किसानों और आमजनों को लाखों रुपए बिजली (CG Farmer) बिल थमाए जा रहे हैं। इस संबंध में कई बार शिकायत के बावजूद निराकरण की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहे हैं। अधिकारियों से जल्द समस्या के निराकरण की मांग करने पर मैन पावर की कमी का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेते हैं। ऐसी स्थिति में दिनोंदिन किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही हैं।