Appendicitis: अपेंडिसाइटिस को घरेलू उपाय से करे खत्म, ये अपनाए तो नहीं होगा…
Appendicitis; अपेंडिसाइटिस का उपचार
Appendicitis: आरोग्यवर्दिनी रस की दो गोली और त्रिफला गुग्गल की गोली खरल में पीसकर एक बार सुबह और एक बार शाम को पानी के साथ दें। प्रतिदिन भोजन के बाद रोगी को पुनर्नवारिष्ट और दशमूलारिष्ट 15 से 25 मिलीलीटर इतनी ही मात्रा में जल मिलाकर पीने से शोथ और दर्द नष्ट होता है।
- Appendicitis: भोजन से 30-35 मिनट पहले रोगी को लवणभास्कर चूर्ण में शंख भस्म, कपर्द भस्म या स्वर्णिक क्षार-प्रत्येक एक-एक रत्ती मिलाकर जल के साथ खाने से बहुत लाभ होता है।
- पुनर्नवा मण्डूर 4 मिग्रा, अग्नितुण्डी बटी 2 मिग्रा, शंख भस्म 2 मिग्रा, लौह भगं एक मिग्रा. योगराज गुग्गुल 2 मिग्रा. मिलाकर पुनर्नवा का क्वाथ बनाकर दिन में तीन बार सेवन करने से बहुत लाभ होता है। शोथ व शूल नष्ट होता है।
- पुनर्नवामूल, कासनी, मकोय, गोक्षुर, सौंफ, काला जीरा-सभी औषधियां समान मात्रा में लेकर अर्क तैयार करें। अर्क निकालने का उपकरण किसी भी चिकित्सक के पास मिल सकता है।
प्रतिदिन 40-50 ग्राम की मात्रा में इस अर्क (Appendicitis) को सुबह-शाम और रात को पीने से बहुत लाभ होता है। 9 भोजन के बाद अग्नितुण्डी वटी की तीन गोली पानी से देने पर भी बहुत लाभ होता। दर्द के नष्ट हो जाने पर भी रोगी को तीन-चार सप्ताह तक आरोग्यवर्दिनी वटी का सुबह-सायं सेवन करना चाहिए।
- रोग (Appendicitis) के चलते रोगी को अधिक ज्वर के साथ दर्द की विकृति हो तो वृहतवात चिंतामणि रस की गोलियां पीसकर तुलसी के पत्तों के रस से देनी चाहिए।
- सोंठ, भुना सुहागा, पुनर्नवा मूल, हींग और सौवर्चल लवण-सभी बराबर की मात्रा में मिलाकर सहिजन के मूल की गोलियां बनाकर रखें।
- प्रतिदिन चार बार, तीन-तीन घंटे के अंतराल से एक-एक गोली उष्ण (गर्म) जल से देने पर शोथ व शूल नष्ट होता है।
- अग्नितुण्डी वटी, मूल वज्रिणी वटी या शूलगजकेसरी सुबह-शाम पानी के साथ लेने से वमन, उबकाई और ज्वर, शूल नष्ट होते हैं।
note: यह उपाय इंटरनेट के माध्यम से संकलित हैं कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करके ही उपाय करें ।