CRPF कर रही मंडावी व जवानों पर हमले में शामिल नक्सली की मां की मदद
मानवता व दया की भावना से उठाया कदम
नई दिल्ली। सीआरपीएफ (crpf)के जवानों ने मानवता व दया दिखाते हुए बड़ी पहल की है। तत्कालीन भााजपा विधायक भीमा मंडावी (then mla bhima mandavi) व सीआरपीएफ (crpf )जवानों की हत्या की वारदात में शामिल इनामी नक्सली बुद्रा सोरी की मां हिडमा सोरी को उसके बुरे दिनों में मदद (helping naxal mother) कर रहे हैं। यह देख उसकी आंखो से आंसू भी निकल आते हैं।
ऐसा नहीं है कि जो सीआरपीएफ के जवानों को पता नहीं है कि हिडमा केे नक्सली बेटे ने क्या किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मंडावी की हत्या में शामिल बुद्रा की मां को इन दिनों त्वाचा की गंभीर बीमारी से जूझ रही है। वह काफी बीमार है। लेकिन बुद्रा उसके पास इसलिए नहीं आता कि कहीं उसका एनकाउंटर न हो जाए।
पांच लाख का है इनाम
वहीं पांच लाख के इनामी नक्सली की मां की हालत ये है कि वह बीमारी के कारण रात को सो नहीं पाती। उसके पास खाने के लिए राशन तक नहीं है। उसकी इस हालत का पता तब चला जब सीआरपीएफ की 195 बटालियन पेट्रोलिंग पर निकली थी। लिहाजा दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण ब्लॉक के पखनाचुआ में उसकी मदद की पहल असिस्टेंट कमांडेंट संजय चौहान ने की। उन्होंने कहा कि आज गुरुवार को पेट्रोलिंग के दौरान हमें पता चला कि इनामी नक्सली बुद्रा सोरी की मां दयनीय स्थिति में जीवन बीता रही है और उसके पास खाने को अनाज भी नहीं है। यह भी पता चला कि उसे त्वाचा की गंभीर बीमारी है।
इसके बाद हमारी टीम राशन व अन्य जरूरी चीजों के साथ उसके घर गई। हमें देखकर उसकी आंखें भर आईं और उसने जवानों को धन्यवाद दिया। उसके पास बर्तन भी नहीं थे, इसलिए सीआरपीएफ की ओर से उसे अन्य मदद (helping mother of naxal )के साथ बर्तन भी प्रदान किए गए।
इन वारदातोंं में शामिल रहा बुद्रा
मार्च 2016 में माइलावाड़ा ब्लास्ट, जिसमें 7 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे। वह तत्कालीन भाजपा विधायक भीमा मंडावी (then mla bhima mandavi) की हत्या में भी शामिल था। इस घटना में भीमा मंडावी के साथ ही पांच जवान भी शहीद हो गए थे। 2018 मेंं बुद्रा दूरदर्शन के पत्रकारों पर हमले की घटना में भी शामिल था। इसमें एक फोटो पत्रकार की मौत हो गई थी।