Bangladesh Test Captain : शतक दो… सवाल कई – इतिहास रचने के बाद कप्तानी से हटने की सोच में क्यों है ये क्रिकेटर…?

ढाका, 23 जून| Bangladesh Test Captain : जब एक कप्तान टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाता है, तो देश उसे सिर आंखों पर बिठाता है। लेकिन बांग्लादेश टीम के मौजूदा हालात कुछ और ही कहानी कह रहे हैं। टीम के टेस्ट कप्तान नजमुल हसन शान्तो ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में दो शतक जड़कर इतिहास रचा, लेकिन अब वही खिलाड़ी कप्तानी से हटने के मन में भारी उलझन लिए मैदान पर उतर रहा है।
क्या वजह है कि इतिहास बनाने वाले कप्तान की सोच कप्तानी छोड़ने की ओर मुड़ गई है?
सूत्रों की मानें तो यह सिर्फ फॉर्मेट्स की जिम्मेदारी का बोझ नहीं, बल्कि भावनात्मक और मानसिक थकावट का संकेत है। शान्तो अपने हाल के अनुभवों से संतुष्ट नहीं (Bangladesh Test Captain)हैं, और यही असंतोष उन्हें एक बड़ा फैसला लेने की ओर धकेल रहा है।
शान्तो का दिमाग भारी क्यों है, भले बल्ला चल रहा हो?
हाल ही में उन्हें बांग्लादेश की वनडे कप्तानी से हटाया गया। यह निर्णय कई क्रिकेट प्रेमियों के लिए चौंकाने वाला रहा। खास बात ये कि पहले शान्तो केवल T20I कप्तानी छोड़ना चाहते थे, ताकि बाकी फॉर्मेट्स में बल्लेबाजी पर फोकस कर सकें। लेकिन क्रिकेट बोर्ड ने कुछ ही समय बाद उन्हें वनडे से भी हटा दिया और कप्तानी दे दी मेहदी हसन मिराज (Bangladesh Test Captain)को। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम ने शान्तो को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या वाकई वह कप्तानी के लायक समझे जा रहे हैं?
कप्तान शान्तो बनाम खिलाड़ी शान्तो: क्या फर्क है?
कप्तानी में उपलब्धि: बांग्लादेश के पहले कप्तान बने जिन्होंने एक ही टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाया। मानसिक स्थिति: चयन और कप्तानी के निर्णयों को लेकर असमंजस और असंतोष। भविष्य की योजना: श्रीलंका सीरीज के बाद टेस्ट कप्तानी से हटने पर गंभीर विचार।