45 हजार सैलरी 50 किलो सोना, 11 करोड़ कैश और…; कॉन्स्टेबल कैसे बना करोड़पति ?

45 हजार सैलरी 50 किलो सोना, 11 करोड़ कैश और…; कॉन्स्टेबल कैसे बना करोड़पति ?

45 thousand salary, 50 kg gold, 11 crore cash and...; How did a constable become a millionaire?

MP constable millionaire

-लोकायुक्त पुलिस ने उनके घर से 60 किलो चांदी, करीब 1 करोड़ रुपये के आभूषण और 3.25 करोड़ रुपये नकद जब्त

भोपाल/नवप्रदेश। MP constable millionaire: 50 किलो सोने-चांदी के आभूषण, करोड़ों की नकदी…एक आम कांस्टेबल अपनी सैलरी से इतनी कमाई नहीं कर सकता। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है। जहां 45-50 हजार की सैलरी वाला एक कांस्टेबल कुछ ही सालों में करोड़पति बन गया। लोकायुक्त और आयकर विभाग ने पूर्व आरटीओ आरक्षक सौरभ शर्मा के घर पर छापा मारकर 3 करोड़ रुपए नकद और 2 करोड़ रुपए की 200 किलो चांदी, 10 किलो चांदी के गहने, 50 लाख रुपए का सोना जब्त किया है। सौरभ शर्मा इस समय दुबई में हैं। एक वेतनभोगी आरटीओ कांस्टेबल की करोड़ों की कमाई देखकर अधिकारी भी हैरान हैं।

वह केवल कागज पर एक सिपाही था लेकिन मंत्रियों और अधिकारियों का प्रिय था। मध्य प्रदेश में आरटीओ के आधे से ज्यादा चेक पोस्ट की जिम्मेदारी सौरभ पर ही थी। वह इस चेक पोस्ट से गुजरने वाले सामान का लेखा-जोखा रखता था। वह चेक पोस्ट पर तैनात अन्य निरीक्षकों और अधिकारियों का प्रतिशत (MP constable millionaire) भी तय करता था। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सौरभ ने सरकारी चेक पोस्ट का निजीकरण कर दिया था। उन्होंने इस चेक पोस्ट को ठेके पर दे दिया था। प्रत्येक चेक पोस्ट पर प्रत्येक दिन के लिए एक निश्चित राशि होती थी। ये पैसे वह खुद चेक पोस्ट से लेता था। 1 जुलाई 2024 से पहले मध्य प्रदेश में कुल 47 ट्रैफिक चेकपोस्ट थे, जिनमें से 23 चेकपोस्ट के प्रभारी सौरभ थे।

2016 से 2023 तक सरकारें और मंत्री बदलते रहे, लेकिन हर सरकार और हर परिवहन मंत्री के बंगले तक सौरभ की बेखौफ पहुंच थी। चेक पोस्ट पर अवैध वसूली की जा रही थी। उन्हें कई शिकायतें मिलीं लेकिन कोई भी सौरभ के पास जांच करने नहीं पहुंचा। जब उनके खिलाफ जांच शुरू हुई तो उन्होंने 2023 में इस्तीफा दे दिया। नियम है कि जिसके खिलाफ जांच चल रही हो उसका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जा सकता। लेकिन फिर भी सौरभ का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस्तीफे के बाद भी उनका मंत्री के बंगले पर आना-जाना जारी रहा।

जब सौरभ के ठिकानों पर लोकायुक्त की कार्रवाई चल रही थी, तभी 19 और 20 दिसंबर की रात आयकर विभाग की टीम ने मेंडोरी जंगल में एक कार से 52 किलो सोने की अंगूठियां और 11 करोड़ रुपये नकद जब्त किए। यह कार चेतन गौड़ की बताई जा रही है। जांच में पता चला है कि चेतन और सौरभ दोस्त हैं। पूर्व कांस्टेबल के करीबी लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह परिवहन विभाग (MP constable millionaire) में अपने आकाओं के आशीर्वाद से चेकपोस्ट पर दलाली करता था। उसने चेकपोस्टों पर अवैध वसूली के जरिए भारी संपत्ति अर्जित की है। जब उनकी जीवनशैली और अन्य चीजें बदलने लगीं, तो कई लोगों को संदेह हुआ। इसके बाद उन्होंने सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया।

सौरभ शर्मा ने कुछ साल तक महज 40-50 हजार रुपये की सैलरी पर काम किया और एक साल पहले नौकरी से इस्तीफा दे दिया। लोकायुक्त पुलिस ने उनके घर से 60 किलो चांदी, करीब 1 करोड़ रुपये के आभूषण और 3.25 करोड़ रुपये नकद जब्त किये। सौरभ शर्मा के घर पर छापेमारी के बाद जब मीडिया उनके पास पहुंची तो किसी को यकीन नहीं हुआ कि एक पूर्व कांस्टेबल का घर इतना आलीशान हो सकता है। पॉश अरेरा कॉलोनी में स्थित सौरभ शर्मा के घर से नकदी के अलावा 50 लाख रुपये का सोना और करीब 60 किलो चांदी जब्त की गई है। इसके अलावा संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं जिनकी जांच की जा रही है। उनके घर से नोट गिनने की सात मशीनें भी मिलीं।

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