Pakistani Thugs : नदी में कूदकर महिला ने की थी खुदकुशी…तफ्तीश में हाथ आया पाकिस्तानी ठग का एक बड़ा गिरोह…चौंकाने वाले खुलासे
सरगुजा/नवप्रदेश। Pakistani Thugs : छत्तीसगढ़ में ठगी के पाकिस्तान और नेपाल कनेक्शन का खुलासा हुआ है। यहां ठगी करने वाले आरोपी फ्रॉड से जुटाए गए रकम को पाकिस्तान भेजते थे। सरगुजा के सीतापुर में हुए ठगी केस की जांच में इस बात का पता चला है। सभी आरोपी बिहार के रहने वाले हैं। जो ठगी की रकम में से कमीशन लेने के बाद बाकी पैसों को पाकिस्तान और नेपाल भेजते थे। इसका खुलासा शनिवार को हुआ।
सीतापुर इलाके में ठगी की शिकार महिला सेववती पैकरा ने 23 मार्च को मांड नदी में कूदकर खुदकुशी कर ली थी। इस केस की जांच में पुलिस ने सात इंटरस्टेट ठगों को गिरफ्तार किया। सभी अंतर्राज्यीय ठग बिहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं। इस केस की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पकड़े गए आरोपियों के कनेक्शन पाकिस्तान और नेपाल से निकले हैं। पुलिस इस केस में टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल को भी खंगाल रही है। सरगुजा पुलिस का कहना है कि इस मामले में वह सेंट्रल जांच ऐजेंसी की भी मदद लेगी।
केबीसी में जीतने का झांसा देकर ठगी
ठगी की शिकार महिला सेववती पैकरा को आरोपियों ने केबीसी में जीतने का झांसा दिया था। आरोपियों ने 25 लाख रुपये जीतने का झांसा देकर कुल डेढ़ लाख रुपये की ठगी की थी। इस घटना से महिला काफी सदमे में चली गई। वह लगातार कर्ज में डूबती जा रही थी। जिस वजह से उसने नदी में कूदकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने घटना के बाद से केस की जांच शुरू की।
बिहार से हुई आरोपियों की गिरफ्तारी
इस केस में पुलिस की जांच बिहार में जाकर रुकी। क्योंकि ठगी के सभी आरोपियों का लिंक साइबर पुलिस को बिहार से मिला। जांच के बाद पुलिस ने बिहार के चंपारण, कटिहार, पूर्णिया से सात आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने महिला सेववती पैकरा से ठगी करने की बात स्वीकार की। पुलिस को इन आरोपियों के पास से 11 मोबाइल, 13 सिम, 2 पासबुक और 17 एटीएम कार्ड मिले. इसके अलावा 11 हजार रुपये कैश भी मिले।
पैसे भेजने के लिंक से पाकिस्तान और नेपाल कनेक्शन का खुलासा
पुलिस की तफ्तीश आगे बढ़ी तो, इस ठगी केस का लिंक पाकिस्तान और नेपाल से भी जुड़ा। आरोपी फ्रॉड कर रकम को अपने बताए खाते में डलवाते थे। फिर उस पैसों को पाकिस्तान और नेपाल में भेजने का काम करते थे, क्योंकि इनके एजेंट पाकिस्तान और नेपाल भी हैं। इन ठगों का पाकिस्तान और नेपाल के एजेंट से क्या संबंध है। इसकी जांच को लेकर अब पुलिस सेंट्रल एजेंसी की मदद लेने की बात कह रही है।
कैसे करते थे ठगी की रकम को ट्रांसफर
पुलिस जांच (Pakistani Thugs) में यह भी पता चला है कि, आरोपी गरीब और मजबूर लोगों को पैसों का लालच देकर उनका बैंक एकाउंट खुलवाते हैं। इन बैंक एकाउंट की सारी डिटेल और एटीएम कार्ड अपने पास रखते हैं। फिर ठगी की रकम को इन एकाउंट में मंगवाते हैं, और उसमें अपना कमीशन काटकर बाकी पैसा पाकिस्तान और नेपाल भेज देते हैं। इसके अतिरिक्त गिरफ्तार एक आरोपी ने यह भी स्वीकार किया है कि, उनके द्वारा बाइनेंस नामक क्रिप्टो करंसी एक्सचेंज में पैसों का निवेश किया जाता था। पाकिस्तान और नेपाल के ठगों और आकाओं से इन लोगों के कैसे संबंध बने और इनकी प्लानिंग क्या है। इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है। इसके लिए सरगुजा और छत्तीसगढ़ पुलिस, सेंट्रल एजेंसी को जांच के लिए आवेदन देने की बात कह रही है।
गिरफ्त में आए सातों आरोपियों के नाम
- मनमोहन उर्फ मनीष मंडल, कटिहार
- प्रदुमन कुमार सिंह, आरा
- आनंद चक्रवर्ती, चंपारण
- वलिउआल रियाज, कटिहार
- शिवेन्द्र कुमार, कटिहार
- आशीष कुमार मंडल पूर्णिया
- मो.साहीद आलम, पूर्णिया