Zomato : Zomato से आए खाने को खाकर बीमार हुआ कस्टमर, रिव्यू में लिख दी ऐसी बात, कि ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप को करना पड़ा डिलीट
बेंगलुरू, नवप्रदेश। ऑनलाइन फूड डिलीवरी सर्विस जोमेटो फिर से विवादों से घिर गया है। एक कस्टमर ने ऐसा रिव्यू दे दिया कि इसके बाद बवाल हो (Zomato) गया।
बेंगलुरु की एक निवासी ने अपनी रिव्यू का एक स्क्रीनशॉट ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप द्वारा हटा दिया गया था। ट्विटर पर दिशा सांघवी ने दावा किया कि कोरमंगला के एक रेस्टॉरेंट का खाना खाने के बाद उन्हें गंभीर रूप से फूड प्वाइजनिंग का सामना करना पड़ा (Zomato) था।
बाद में उसने भोजनालय में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता के बारे में एक ईमानदार समीक्षा लिखी थी। अपने अनुभव को साझा करते हुए, दिशा ने उल्लेख किया कि वह एकमात्र व्यक्ति नहीं थीं, जो खाने के बाद स्वास्थ्य समस्या का सामना कर रही थीं।
खाना खाकर बीमार होने पर किया रिव्यू
रिव्यू के दौरान दिशा ने यह नोटिस किया कि कई अन्य लोगों ने भी खाने को लेकर शिकायत की थी और पिछले कुछ महीनों में इसी तरह का अनुभव हुआ था। हालांकि, उसके रिव्यू को हटाने पर मिले ईमेल का एक स्क्रीनशॉट शेयर (Zomato) किया।
साथ ही कैप्शन में लिखा, ‘जोमैटो ने इसका हवाला देते हुए रिव्यू को हटा दिया है।’ दिशा ने यह भी लिखा, ‘हाल ही में कोरमंगला के एक रेस्तरां में गए थे, जहां मेरे सहयोगी और मेरे साथ फूड प्वाइजनिंग का गंभीर मामला सामने आया था।
मैंने जोमैटो पर एक रिव्यू लिखा और ऐसा करते हुए पाया कि पिछले कुछ महीनों में कई लोगों को ऐसा ही अनुभव हुआ है। Zomato ने इसका हवाला देते हुए समीक्षा को हटा दिया।’
ईमेल में, Zomato ने दावा किया कि यह स्वास्थ्य कोड उल्लंघन की रिपोर्ट करने के लिए सही मंच नहीं है। कंपनी ने लिखा, ‘जोमैटो में, हम अपने प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित समीक्षाओं की नियमित जांच करते हैं और इन जांचों के भीतर हमने देखा कि उक्त समीक्षा हमारे सामग्री दिशानिर्देशों का उल्लंघन है।
इस प्रकार, स्वास्थ्य कोड उल्लंघनों का उल्लेख करने के आधार पर इसे हटा दिया गया है।’ सांघवी ने पोस्ट शेयर किया और कुछ ही घंटों में उनका ट्वीट वायरल हो गया। इसने Zomato को जवाब देने के लिए भी प्रेरित किया।
कंपनी ने उनके ट्वीट का जवाब दिया, ‘हाय, यह जानकर खेद है। कृपया अपना फोन नंबर/ऑर्डर आईडी निजी संदेश के माध्यम से साझा करें और हम इस मामले को तुरंत देखेंगे।’